अशोकनगर, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले में भू-माफियाओं के साथ ही रजिस्ट्रार दफ्तर में फर्जी रजिस्ट्री करने-कराने का हैरत पूर्ण गोरखधंधा खूब फल-फूल रहा है।
जिला मुख्यालय पर स्थित रजिस्ट्रार दफ्तर में हो रहीं फर्जी रजिस्ट्री होने के अनेकों मामले उजागर हो रहे हैं। जिनमें सिटी कोतवाली में तीन अलग अलग फर्जी रजिस्ट्री के मामलों में सात लोगों के विरुद्ध मृतक व्यक्तियों के नाम भूमि की रजिस्ट्री कराने के मामले में धोखाधड़ी के प्रकरण दर्ज किए गए है।
सिटी कोतवाली टीआई मनीष शर्मा ने रविवार को (Udaipur Kiran) को बताया कि दो अलग-अलग मामलों में प्रथम दृष्टिया क्रेता विक्रेता और गवाहों के विरुद्ध धोखाधड़ी के प्रकरण दर्ज किए गए हैं। उनका कहना है कि जांच के दौरान रजिस्ट्रार दफ्तर के संबंधित लोग और अन्य के द्वारा नियम विरुद्ध कार्य कर फर्जी रजिस्ट्री होने में शामिल होना पाया जाएगा तो उनको भी प्रकरण में शामिल किया जाएगा। पुलिस उक्त फर्जी रजिस्ट्री मामले में गहन जांच में जुटी हुई है।
50 साल पहले मृतक घसीटा की भूमि की रजिस्ट्री:
जिले के शाढौरा तहसील क्षेत्र के चिरौला गांव निवासी घसीटा पुत्र सुकुआ अहिरवार सर्वे नम्बर 311/02 रकवा 0.209 हैक्टयर की रजिस्ट्री फर्जी दस्तावेज के आधार पर चंद्रभान यादव निवासी छैघरा कालोनी,अशोकनगर द्वारा दिनांक 22.04.2024 अपने नाम रजिस्ट्री करा ली गई।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि उक्त फर्जी रजिस्ट्री के तत्काल बाद नामांतरण भी करा लिया गया। यहां हैरत की बात है कि भू-स्वामी घसीटा की 50 साल पहले मृत्यु होना बताया गया है, फर्जी रूप से घसीटा को जिंदा दिखला कर रजिस्ट्री होने के मामले में गांव के पटवारी कृष्णपाल रघुवंशी की रिपोर्ट पर से पुलिस ने फर्जी बने विके्रता और क्रेता चन्द्रभान यादव और दो गवाहों के विरुद्ध धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है। उक्त मामले में मृतक घसीटा के पुत्र रामदयाल ने भी कलेक्टर को फर्जी रजिस्ट्री होने की शिकायत की थी।
4 साल पहले मृतक रंधीर सिंह की भूमि की रजिस्ट्री
जिले के शाढौरा क्षेत्र के ग्राम परवई निवासी रणछोर उर्फ रंधीर सिंह यादव पुत्र नारायण सिंह के नाम सुमेर गांव में भूमि की 12 दिसंबर 2023 को फर्जी रजिस्ट्री हो गई, जबकि भू स्वामी की चार साह पहले मृत्यु हो चुकी है। मृतक रंधीर सिंह को जिंदा दिखला कर सुमेर निवासी अनुज कुमार पुत्र हरपाल सिंह यादव के नाम फर्जी रजिस्ट्री हो गई। उक्त मामले गांव के पटवारी अरविन्द पटेल की रिपोर्ट पर पुलिस ने क्रेता अनुज अनुज कुमार पुत्र हरपाल यादव निवासी नगेश्री अशोकनगर, मलखान पुत्र मोकम बंजारा निवासी शहबाजपुर, राजीव पुत्र शिशुपाल यादव निवासी सुमेर के विरुद्ध धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है।
बटोबाई-श्यामबाई की भूमि की फर्जी रजिस्ट्री
उक्त दो फर्जी रजिस्ट्रियों के मामले के अलावा शाढौरा क्षेत्र के ही सुमेर गांव में बटो बाई पत्नी संग्राम सिंह और श्यामबाई पत्नी सुरेन्द्र सिंह यादव की 1.4453 हैक्टयर सात बीघा भूमि की फर्जी रजिस्ट्री संजीव कुमार पुत्र सुगनचंद जैन निवासी घोसी मोहल्ला, अशोकनगर के नाम हो गई। गांव के पटवारी अरविन्द पटेल की रिपोर्ट पर पुलिस ने फर्जी विक्रता और क्रेता और गवाहों के विरुद्ध धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है।
(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार / राजू विश्वकर्मा