
अशोक नगर, 19 फरवरी (Udaipur Kiran) । वन मण्डल द्वारा जिले में की गई गिद्धों की गणना में इस वार यूरेशियन ग्रिफन प्रजाति के गिद्ध भी पाए गए वहीं इस वर्ष हुई गणना में पिछले वर्ष की तुलना में अन्य प्रजातियों के गिद्धों की तादाद भी बढ़ी है।
जिला वन मण्डल अधिकारी प्रतिभा अहिरवार ने बुधवार को (Udaipur Kiran) को बताया कि जिले के वन क्षेत्रों में बीते 17 से 19 फरवरी तक गिद्धों की गणना की गई। पर्यावरण संरक्षण हेतु की गई गणना में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अलग-अलग प्रजातियों के गिद्धों की तादाद बढ़ी है। बताय कि इस तरह गिद्धों की यह गणना वर्ष में दो बार फरवरी और अप्रैल माह में की जाती है, जो गिद्धों क प्रजनन काल होता है। फरवरी माह में गिद्धों की विंटर काउंट और अप्रैल में समर काउंट के तौर पर गणना की जाती है।
इस वर्ष हुई गणना में मुख्य रूप से सफेद पीठ व्हाइट बैक्ड, इंडियन/लॉग विल्ड/देशी गिद्ध, यूरेशियन ग्रिफर तथा देशी गिद्ध प्रजाति कुल 77 गिद्ध पाए गए, जिनमें 73 वयस्क और 4 बच्चे पाए गए। जबकि विगत वर्ष में सफेद पीठ व्हाइट बैक्ड, इंडियन/लॉग विल्ड/देशी 70 गिद्ध पाए गए थे, जिनमें 21 वयस्क और 49 बच्चे पाए गए थे। इस वर्ष उनकी तादाद बढ़ी है। यहां मुख्य बात ये है कि इस वर्ष की गणना में गिद्धों की प्रजातियों के साथ-साथ इस वर्ष यूरेशियन ग्रिफन प्रजाति के गिद्ध भी पाए गए।
वन मण्डल अधिकारी ने बताया कि इस तरह जो गिद्धों की गणना की गई उसके अनुसार जिले के चंदेरी क्षेत्र में अधिक गिद्ध पाए गए हैं। गिद्धों का बढऩा पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक है, गिद्ध जो वन प्राणियों के लिए सफाई कर्मी की तरह कार्य करते हैं और पर्यावरण को बढ़ावा देते हैं।
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(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार
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