
नैनीताल, 4 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की नैनीताल जिला इकाई से जुड़ी आशा कार्यकत्रियां आगामी 24 से 26 फरवरी के बीच दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित होने जा रहे राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान 24 फरवरी खुले सत्र में बड़ी संख्या में भाग लेंगी। मंगलवार को आयोजित हुई बैठक में इस पर निर्णय लिया गया। इस अवसर पर यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल ने कहा कि सरकार आशा कार्यकर्ताओं का खुलेआम शोषण कर रही है। आगे चार लेबर कोड लागू होने के बाद महिला श्रमिकों का शोषण और बढ़ेगा। भाजपा सरकार ने आशाओं से किए गए वादों को पूरा नहीं किया, जिससे उनका आक्रोश बढ़ रहा है। आगे वह आंदोलन की राह पकड़ेंगी। वहीं प्रदेश महामंत्री डॉ. कैलाश पाण्डेय ने कहा कि राज्य सरकार ने आशाओं के साथ बार-बार धोखा किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 31 अगस्त 2021 को आशा कार्यकर्ताओं के लिए 11,500 रुपये मासिक मानदेय देने की घोषणा की थी, लेकिन तीन साल बीत जाने के बावजूद इसे लागू नहीं किया गया। सरकार को न्यूनतम वेतन, पेंशन, सामाजिक सुरक्षा तथा कर्मचारी का दर्जा देने की मांग को तत्काल पूरा करना चाहिए। बैठक में कोषाध्यक्ष रमा गैड़ा, चंद्रा सती, भगवती शर्मा, ममता आर्य, माधवी दरमाल, प्रभा बिष्ट आदि भी उपस्थित रहीं
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
