किशनगंज,24अक्टूबर (Udaipur Kiran) । दीपावली नजदीक आते ही शहर में जुआ की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। सालभर जुआ खेलने के शौकीन जुआरियों की सरगर्मी दीपावली की आहट के साथ शहर में इन दिनों कुछ ज्यादा बढ़ गई है। शहर के कुछ लोग समाज में शराफत की चादर ओढ़कर घूमने वाले कुछ ऐसे चेहरे हैं जो शहर के विभिन्न मोहल्ले में जुआ खिलवाने का पूरा प्रबंध कर रखें हैं। शहर के कई मोहल्लों में किराए के मकान में जुआ खेलने के बदले में बाकायदा फीस के रूप में मोटे पैसे लिए जा रहे हैं। शहर में संचालित इस खेल में कोई लाखपति तो कोई खाकपति हो जाता है। इसमें जुआ खेलने वालों का चाहे भला हो या न हो, मगर जुआ खेलने का स्थान देने वाला ही मोटी मलाई डकार जाते हैं।
सदर पुलिस भले ही दावा कर रही है कि शहर में जुआ नहीं खेलने दिया जाएगा। जुआरियों पर शिकंजा कसा जाएगा। मगर जुआरी भी पुलिस डाल-डाल तो वे पात-पात चलने का हथकंडा अपना रहे हैं। शहर के सुभाष पल्ली, पश्चिम पाली, मिलन पल्ली, पूरबपाली, उत्तर पाली, बस स्टैंड, मलाहबस्ती, खगड़ा, खगड़ा रेडलाइट एरिया के समीप मेला माठ, धरमगंज, चकला रोड, लहड़ा चौक, लाइनपाड़ा, कजलामनी, नेपालगढ़ कालोनी, सहित लगभग सभी इलाके में गुप्त ठिकाने पर संचालित हो रहा है। जबकि बड़े स्तर पर शहर से सटे ढेकसारा और कैलाश चौक के बीच एक चायपत्ती बगान, कैलाश चौक से कुछ दूरी पर आम बगीचा, शहर से सटे रामपुर के एक आलू गदी, हलीम चौक के समीप, फुलवारी में बड़े स्तर के जुआ खेल संचालित हो रहा है और इन जगहों पर शहर के जुआरियों के साथ बंगाल के जुआरी भी आते हैं।
जबकि जुआ खेलने के चक्कर में शहर के कई नामी लोगों का दीपावली से पहले ही दीवाला निकल चुका है और तो और शहर में होने वाले जुआ में किस्मत आजमाने के लिए शहरों का जुआरी सीमावर्ती पश्चिम बंगाल भी जा रहे हैं और बंगाल के जुआरी भी किशनगंज आ रहे हैं। शहर में संचालित जुआ के खेल में शामिल संचालकों द्वारा उन पर पुलिस की नजर न पड़े बाकायदा तौर पर पहरा बैठा रखा है। पुलिस से बचने के लिए एहतियात के तौर पर जुए के अड्डे के बाहर व आसपास के चौक-चौराहों में संचालक मोबाइल फोन से लैस अपने आदमी बैठाए हुए रखते हैं। वहीं शहर के बाजार के गुप्त स्थानों पर भी जुआ खेल संचालित हो रहा है।
(Udaipur Kiran) / धर्मेन्द्र सिंह