
सिलीगुड़ी, 04 मई (Udaipur Kiran) । गृह मंत्रालय ने पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के विभिन्न स्टेशनों और पटरियों पर निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया है। आरपीएफ और जीआरपी के साथ-साथ अब बीएसएफ भी रेलवे के साथ समन्वय करके बांग्लादेश सीमा क्षेत्रों में निगरानी करेगी।
इस संबंध में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और रेलवे संपत्ति को अक्षुण्ण रखने के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र में निगरानी में बीएसएफ को भी शामिल किया गया है। संयुक्त टीम पहले ही कई क्षेत्रों का दौरा कर चुकी है।
सूत्रों के अनुसार, निगरानी बढ़ाने का निर्देश केंद्रीय खुफिया विभाग से रिपोर्ट मिलने के बाद आया है। खुफिया रिपोर्टों से पता चला है कि आतंकवादी बांग्लादेश के रास्ते इस क्षेत्र में रेलवे संपत्ति और रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते है। तदनुसार, बीएसएफ और जीआरपी के परामर्श से आरपीएफ के साथ एक समन्वय टीम गठित की गई है। लामडिंग डिवीजन में बदरपुर स्टेशन, अलीपुरद्वार डिवीजन में न्यू मयनागुड़ी से न्यू दोमोहनी स्टेशन और कटिहार डिवीजन में हल्दीबाड़ी स्टेशन के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
संयुक्त बलों ने पहले ही बदरपुर स्टेशन और क्षेत्र का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया है। स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार का भी निरीक्षण किया गया। लामडिंग डिवीजन के सिलचर और कटाखल सेक्शन के बीच ट्रॉली से निरीक्षण किया गया। संयुक्त बलों ने न्यू मयनागुड़ी से न्यू दोमोहनी स्टेशन तक रेल लाइन पर पैदल चलकर निगरानी की। उन्होंने यह देखने के लिए जांच की कि लाइन पर कोई समस्या तो नहीं है या कोई संदिग्ध गतिविधि तो नहीं है।
दूसरी ओर, संयुक्त बल ने हल्दीबाड़ी जीरो प्वाइंट से हल्दीबाड़ी रेलवे स्टेशन तक पैदल गश्त की। चूंकि यह क्षेत्र बांग्लादेश सीमा के सबसे नजदीक है, इसलिए संयुक्त बलों को 24 घंटे विशेष निगरानी बनाए रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। स्टेशनों पर पुलिस कुत्तों की मदद से निगरानी कर रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / सचिन कुमार
