चित्तौड़गढ़, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । चित्तौड़गढ़ जिले के सबसे बड़े चिकित्सालय श्री सांवलियाजी राजकीय सामान्य चिकित्सालय के लंबे समय से प्रमुख चिकित्सा अधिकारी (पीएमओ) के पद पर आसीन डॉ दिनेश वैष्णव को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने आदेश देकर पदस्थापन की प्रतिक्षा में (एपीओ) कर दिया है। इनके स्थान पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ जयसिंह मीणा को जिला चिकित्सालय का चार्ज सौंपा है। पीएमओ वैष्णव के खिलाफ एक महिला चिकित्सक को गत वर्ष डबल भुगतान की शिकायत थी, जिसमें दोषी माना। एपीओ आदेश में भी सीसीए नियम-16 के तहत कार्यवाही विचाराधीन होने का हवाला दिया है। लेकिन चर्चा यह भी है कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएमओ ने ध्वजारोहण के बाद राजनीतिक भाषण दिया था, जो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हुआ था। इसके चलते पीएमओ पर गाज गिरी हो।
जानकारी के अनुसार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य (ग्रुप-2) विभाग एवं पंचायती राज (चिकित्सा) विभाग की संयुक्त शासन सचिव निशा मीना ने गुरुवार देर रात को आदेश जारी किया। इसमें बताया कि जिला चिकित्सालय चित्तौड़गढ़ के पीएमओ डॉ दिनेश वैष्णव के खिलाफ सीसीए नियम-16 के अंतर्गत कार्रवाई विचाराधीन है। इसलिए प्रशासनिक कारण और लोक हित को देखते हुए वैष्णव को एपीओ किया गया। एपीओ के कार्यकाल में उन्हें मुख्यालय निदेशक (जन स्वास्थ्य) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं जयपुर के कार्यालय में अपनी सेवाएं देनी होगी। वहीं, दूसरे आदेश में संयुक्त शासन सचिव ने महिला एवं बाल चिकित्सालय चित्तौड़गढ़ में तैनात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ जयसिंह मीणा को जिला चिकित्सालय के पीएमओ नियुक्त किया। साथ ही, सामान्य वित्तीय एवं लेखा नियम तीन के अंतर्गत कार्यालय अध्यक्ष भी घोषित किया।
यह हुई थी शिकायत, दोषी होने पर भी लंबित था मामला
जानकारी में सामने आया कि डॉ दिनेश वैष्णव के खिलाफ पिछले साल चार्जशीट पेश की गई थी। डॉ वैष्णव पर जिला चिकित्सालय में ही महिला चिकित्सक को चिकित्सालय के दो विभाग का कार्यभार दिया गया था। डॉ वैष्णव लगातार महिला चिकित्सक को दोनों विभाग एचआईवी और डायलासिस में काम करने के कारण डबल भुगतान कर रहे थे। जॉइंट डायरेक्टर तक इस बात की जानकारी पहुंची तो जांच कमेटी गठित की थी। जांच के बाद डॉक्टर वैष्णव पर दोष सिद्ध भी हो गया था।
स्वतंत्रता दिवस पर बोले, जिला चिकित्सालय में आ गया तीसरा इंजन
इस स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण के बाद दिया पीएमओ वैष्णव का भाषण सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। वैष्णव ने कहा कि बहुत लोग साफा पहनने और झंडारोहण की लगातार प्रैक्टिस कर रहे हैं लेकिन उससे कुछ नहीं होने वाला। यहां मैं यही रहूंगा और अगले 365 दिनों तक रहूंगा। जब समय आएगा तो उससे पहले ही मैं इस चीज से निकल जाऊंगा। अभी डबल इंजन की सरकार है और तीसरा इंजन भी आ गया है, जो इस चिकित्सालय में काम कर रहा है। यह सांवलियाजी हॉस्पिटल है, यहां पर सिर्फ सांवरा सेठ की ही चलेगी। चाहे कितने भी इंजन आ जाए मैं यही इसी पद पर रहूंगा।
सरकार बदलते ही भाजपा नेताओं के पाले में दिखे वैष्णव
सूत्रों की मानें तो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में डॉ दिनेश वैष्णव कांग्रेस नेताओं के खास माने जाते रहे हैं। इस दौरान भाजपा नेताओं से खींचतान भी हुई थी। यही कारण है कि अनियमितता की शिकायत होने के बावजूद भी पद पर बनाए रखा था। वहीं प्रदेश में भाजपा राज आने के बाद वैष्णव नेताओं के यहां भी देखे गए थे। जिसके वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। इसे अपनी पीएमओ की कुर्सी को बचाने से जोड़ कर देखा जा रहा था।
मीडिया पर भी लगाई गई थी पाबंदी, दबाव पर बदला आदेश
पीएमओ डॉ दिनेश वैष्णव ने मीडिया पर भी रोक लगा दी थी। उन्होंने अपने अन्य डॉक्टर और स्टाफ को मीडिया को कोई भी जानकारी देने पर सख्त कार्यवाही करने निर्देश जारी किए थे। एक माह पहले ही डॉक्टर दिनेश वैष्णव ने हॉस्पिटल में मीडिया पर फोटो और वीडियो करने पर पाबंदी लगाते हुए कार्रवाई के नोटिस लगा दिए थे। इस आदेश का विरोध हुआ था। इस पर जिला कलक्टर आलोक रंजन के हस्तक्षेप के बाद डॉक्टर दिनेश वैष्णव को फिर से बैकफुट पर आना पड़ा था ।
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(Udaipur Kiran) / अखिल / संदीप