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एपीडा ने ऑस्ट्रेलिया को भारतीय अनार की पहली समुद्री खेप भेजने में मदद की

अनार (सांकेतिक फोटो)

नई दिल्ली, 17 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । भारत के कृषि निर्यात के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने एग्रोस्टार और केबी एक्सपोर्ट्स के साथ मिलकर समुद्र के रास्ते ऑस्ट्रेलिया को क्रमशः प्रीमियम सांगोला और भगवा अनार की भारत की पहली वाणिज्यिक परीक्षण खेप सफलतापूर्वक पूरी की। यह भारतीय ताजा उपज के लिए बाजार पहुंच का विस्तार करने में एक बड़ी सफलता है।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार भारतीय अनार के निर्यात के लिए बाजार तक पहुंच प्राप्त करने के बाद फरवरी 2024 में ऑस्ट्रेलिया को अनार के निर्यात के लिए एक कार्य योजना और मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) पर हस्ताक्षर किए गए। एपीडा और राष्ट्रीय पौध संरक्षण संगठन (एनपीपीओ) द्वारा सफल बाजार पहुंच सुविधा के बाद जुलाई 2024 में पहली हवाई शिपमेंट हुई। हवाई शिपमेंट ने बाजार की मांग का आकलन करने में मदद की, जिसके कारण लागत दक्षता को अनुकूलित करने के लिए समुद्री शिपमेंट का अनुसरण किया गया।

पहली समुद्री माल ढुलाई शिपमेंट 6 दिसंबर, 2024 को भारत से रवाना हुई और 13 जनवरी, 2025 को सिडनी पहुंची, जिसमें महाराष्ट्र के सोलापुर क्षेत्र से प्राप्त 5.7 मीट्रिक टन (एमटी) अनार थे। इन्हें 1,900 बक्सों में पैक किया गया था, जिनमें से प्रत्येक में 3 किलोग्राम प्रीमियम फल थे। भगवा किस्म के 1,872 बक्से (6.56 टन) ले जाने वाला एक और वाणिज्यिक समुद्री शिपमेंट 6 जनवरी, 2025 को ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन पहुंचा। बल्क समुद्री शिपमेंट के उपयोग ने प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण सुनिश्चित किया, किसानों को लाभ पहुंचाया और स्थायी व्यापार के अवसर पैदा किए। दोनों शिपमेंट को भारत की ट्रेसेबिलिटी प्रणाली अनारनेट (ANARNET) में एकीकृत किया गया, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित हुई और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उपभोक्ता का विश्वास बना। यह सफल निर्यात न केवल वैश्विक गुणवत्ता मानकों को पूरा करने में भारत की क्षमताओं को रेखांकित करता है, बल्कि नए राजस्व स्रोतों को खोलकर भारतीय किसानों को महत्वपूर्ण बढ़ावा भी देता है। अनार को सिडनी, ब्रिसबेन और मेलबर्न में अत्यधिक सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली।

एपीडा के अध्यक्ष अभिषेक देव ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का कृषि निर्यात परिदृश्य अभूतपूर्व गति से बढ़ रहा है, जिसमें ताजे फलों का निर्यात साल-दर-साल 29% बढ़ रहा है। अकेले अनार में 20% की वृद्धि देखी गई है, जो इस क्षेत्र की अपार संभावनाओं को दर्शाता है। ऑस्ट्रेलिया को प्रीमियम अनार की सफल शिपमेंट भारत की समझदार अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उच्च गुणवत्ता वाली ताजा उपज की आपूर्ति करने की क्षमता को दर्शाती है। अनारनेट जैसी उन्नत ट्रेसेबिलिटी प्रणालियों के माध्यम से हम सुनिश्चित करते हैं कि भारतीय कृषि उत्पाद उच्चतम वैश्विक मानकों को पूरा करते हैं, जिससे दुनिया भर में उपभोक्ता का विश्वास बढ़ता है। उन्होंने भारतीय किसानों के लिए बाजार तक पहुंच को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने में एपीडा की भूमिका पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हम नए और उभरते बाजारों में विस्तार करके भारतीय किसानों और कृषि-उद्यमियों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह सफलता की कहानी भविष्य में और अधिक सहयोग और निर्यात मात्रा में वृद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है।

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(Udaipur Kiran) / दधिबल यादव

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