जम्मू 03 दिसंबर (Udaipur Kiran) । कृषि उत्पादन विभाग और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के मंत्री जावेद अहमद डार ने जम्मू-कश्मीर में पशुधन चारे की गुणवत्ता में सुधार और डेयरी और पोल्ट्री क्षेत्रों को मजबूत करने के प्रयासों को बढ़ाने का आह्वान किया।
मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इन क्षेत्रों को मजबूत करने से न केवल किसानों की आजीविका में सुधार होगा बल्कि पूरे जम्मू और कश्मीर में महत्वपूर्ण आर्थिक अवसर भी पैदा होंगे।
जावेद डार ने जम्मू-कश्मीर में डेयरी और मुर्गीपालन के उत्पादन के लिए पशुधन के प्रजनन के लिए उपयोग किए जाने वाले चारे की गुणवत्ता की जांच के लिए पुख्ता तंत्र बनाने पर जोर दिया।
बैठक में एचएडीपी के तहत महत्वपूर्ण पहलों पर ध्यान केंद्रित किया गया जिसमें डेयरी क्षेत्र को मजबूत करना, पोल्ट्री उत्पादन में वृद्धि और टिकाऊ चारा संसाधनों का विकास शामिल है।
मंत्री ने एकीकृत डेयरी विकास कार्यक्रम, एकीकृत चारा/चारा विकास कार्यक्रम, आईपीडीपी कार्यान्वयन और फार्मों, हैचरी, पशु कल्याण गतिविधियों, पशु चिकित्सा केंद्रों के कामकाज और अन्य गतिविधियों को मजबूत करने सहित प्रमुख कार्यक्रमों की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की।
इससे पहले पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंत्री को जम्मू क्षेत्र में पशुधन उत्पादकता में सुधार और किसानों को समर्थन देने के लिए की गई पहल के बारे में जानकारी दी।
जावेद डार ने पशुधन के स्वास्थ्य और उत्पादकता को बढ़ाने में इसकी भूमिका पर जोर देते हुए पशुधन चारे के लिए एक मजबूत गुणवत्ता जांच तंत्र विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने डेयरी और पोल्ट्री क्षेत्रों में अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने के लिए विभागों के बीच प्रभावी समन्वय, चारा विकास के लिए नवीन दृष्टिकोण और आधुनिक प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के महत्व को भी रेखांकित किया।
मंत्री ने कहा कि डेयरी और पोल्ट्री क्षेत्रों में जम्मू-कश्मीर के आर्थिक विकास में योगदान देने की अपार संभावनाएं हैं।
कृषक समुदाय के समर्थन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मंत्री ने चुनौतियों का समाधान करने और एचएडीपी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए ठोस प्रयासों का आह्वान किया। बैठक में संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / मोनिका रानी
