गुवाहाटी, 9 अप्रैल (Udaipur Kiran) । असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) ने बुधवार को आरोप लगाया कि आगामी पंचायत चुनावों में उनके संभावित प्रत्याशियों को सत्तारूढ़ दल के नेताओं और उनके समर्थित गुंडों द्वारा गंभीर रूप से डराया-धमकाया जा रहा है। गुवाहाटी स्थित राजीव भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में पूर्व सांसद व वरिष्ठ कांग्रेस नेता राम प्रसाद शर्मा ने यह आरोप लगाए।
उन्होंने कहा कि 2 और 7 मई को होने वाले पंचायत चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशियों को नामांकन पत्र दाखिल न करने देने के लिए सरकारी तंत्र और भाजपा समर्थक तत्वों द्वारा डर का माहौल बनाया जा रहा है। शोणितपुर और विश्वनाथ जिलों में भाजपा समर्थकों ने कांग्रेस प्रत्याशियों को आवश्यक दस्तावेज़ लाने से रोका और हथियार दिखाकर धमकी दी।
शर्मा ने बताया कि इस संदर्भ में शोणितपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष दादुल बरकटकी और महासचिव राजेश पांडे ने जिला आयुक्त और पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपी है। मामले में जामुगुड़ी थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है, लेकिन पुलिस ने न तो सुरक्षा दी है और न ही दोषियों पर कार्रवाई की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि नदुआर के पांचमाइल और चकीघाट क्षेत्रों में कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशियों को दस्तावेज़ एकत्र करने में बाधा दी जा रही है। गहपुर अनुमंडल और गुवाहाटी के रानी इलाके में भी कांग्रेस प्रत्याशियों को धमकाने की शिकायतें सामने आई हैं।
शर्मा ने कहा कि भाजपा के खिलाफ जनाक्रोश की लहर को देखते हुए सत्ताधारी दल पंचायत चुनाव में हार के डर से विपक्षी उम्मीदवारों को डराने में लगा है। उन्होंने राज्य निर्वाचन आयोग और मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा से हस्तक्षेप की मांग करते हुए निष्पक्ष और स्वतंत्र पंचायत चुनाव की अपील की।
इस संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के उपाध्यक्ष मेहदी आलम बोरा भी मौजूद थे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
