
जयपुर, 22 मई (Udaipur Kiran) । ज्येष्ठ कृष्ण एकादशी शुक्रवार को अपरा एकादशी के रूप में मनाई जाएगी। मंदिरों में श्री हरि विष्णु की पूजा-अर्चना की जाएगी। सभी मंदिरों में विशेष झांकी सजाई जाएगी। ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि गुरुवार को रात्रि में ही लग गई जो शुक्रवार को रात साढ़े 10 बजे तक रहेगी। उदियात तिथि के चलते शुक्रवार को ही एकादशी व्रत रखा जाएगा। एकादशी के दिन 4 शुभ संयोग आ रहे हैं, जिससे एकादशी की महत्त्व बढ़ गया है। एकादशी के दिन प्रीति योग, आयुष्मान योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग रहेंगे। अपरा एकादशी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी बनेंगे।
एकादशी का मुख्य उत्सव शहर के आराध्य देव गोविंददेवजी मंदिर में होगा। मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में सुबह पंचामृत अभिषेक कर लाल रंग की पोशाक धारण कराई जाएगी। गोचारण लीला के आभूषण धारण कराए जाएंगे। दोपहर को जल यात्रा उत्सव मनाया जाएगा। गुरुवार को एकादशी की पूर्व संध्या पर भी भगवान राधा-गोविंद शीतल जल के फव्वारों के बीच विराजमान नजर आए। ठाकुरजी को शीतल व्यंजनों का भोग अर्पित किया गया। शुक्रवार को भी जल यात्रा की झांकी दोपहर 12:30 से 12: 45 बजे तक खुलेगी। अपरा एकादशी पर उपवास रखने वाले श्रद्धालु पूरे दिन अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। केवल एक समय सागारी भोजन कर व्रत पूरा करेंगे। ठाकुर जी को भी सागारी प्रसादी का भोग लगाया जाएगा।
यहां भी होंगे आयोजन
सुभाष चौक पानो का दरीबा स्थित श्री सरस निकुंज में शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में ठाकुर श्री राधा सरस बिहारी सरकार का पंचामृत अभिषेक कर ऋतु पुष्पों से श्रृंगार किया जाएगा। श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि श्री सरस निकुंज के वैष्णव परिजन एकादशी के पदों का गायन कर ठाकुरजी को रिझाएंगे। पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथजी मंदिर में महंत सिद्धार्थ गोस्वामी के सान्निध्य में एकादशी उत्सव मनाया जाएगा। चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर जी मंदिर में महंत मलय गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुरजी का अभिषेक कर विशेष झांकी सजाई जाएगी। रामगंज बाजार के लाड़ली जी मंदिर में महंत डॉ. संजय गोस्वामी के सान्निध्य में सायंकालीन वेला में शीतल व्यंजनों का विशेष भोग लगाया जाएगा।
श्याम मंदिरों में होगा बाबा का गुणगान
छोटीकाशी स्थित श्याम प्रभु के सभी मंदिरों में खाटू नरेश का गुणगान होगा। चौगान स्टेडियम, रामगंज बाजार, जगतपुरा, मानसरोवर, विजय बाड़ी पथ नंबर सात, शास्त्रीनगर सहित अन्य क्षेत्रों में स्थित श्याम मंदिरों में अखंड ज्योति प्रज्जवलित कर शाम को भजन संध्याओं का आयोजन किया जाएगा।
जप-दान-पुण्य पर रहेगा जोर:
हरिओम जन सेवा समिति की ओर से विद्याधर नगर क्षेत्र में जरूरतमंद लोगों को दूध का वितरण किया जाएगा। गायत्री महिला मंडल करधनी की ओर से सभी की सद्बुद्धि की कामना के साथ सुबह से शाम तक गायत्री महामंत्र का जाप किया जाएगा। गौशालाओं में गायों को चारा और गुड़ खिलाया जाएगा।
अपरा एकादशी पर चार शुभ योग रहेंगे
ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की एकादशी को अपरा एकादशी,भद्रकाली एकादशी और जलक्रीड़ा एकादशी के साथ अचला एकादशी के नाम से भी जाना जाता हैं। आचार्य गौरी शंकर शर्मा बोरखेड़ा ने बताया कि ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि उदयात के अनुसार शुक्रवार को हैं। एकादशी के दिन 4 शुभ संयोग का निर्माण हो रहा हैं। एकादशी के दिन प्रीति योग, आयुष्मान योग,सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग बन रहे हैं। अपरा’ शब्द का अर्थ असीमित हैं क्योंकि इस व्रत को करने से भक्तों को असीमित धन व विद्या की प्राप्ति होती हैं। एकादशी के व्रत से भक्तों को असीमित लाभ देती हैं। अपरा एकादशी का महत्व ‘ब्रह्म पुराण’ में भी बताया गया हैं। अपरा एकादशी व्रत से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती हैं और स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती हैं । श्री हरि विष्णु की पूजा करने का शुभ समय सुबह 07:09 से 10:35 तक हैं। दोपहर में 12:17 से 02:00 बजे तक हैं। अगले दिन शनिवार को एकादशी का पारण किया जाएगा।
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(Udaipur Kiran)
