अजमेर, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । राजस्थान पुलिस के महानिदेशक उत्कल रंजन साहू ने कहा कि
राजस्थान पुलिस में रहकर जो कोई करप्शन करेगा उसे तो जेल जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एंटी करप्शन ब्यूरो अपना काम कर रहा है। पुलिस वालों को
उठा—उठाकर बंद कर रहा है। भ्रष्टाचार के मामले में सरकार सख्त है।
डीजीपी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जोधपुर दौरे की तैयारी को लेकर जोधपुर जाते
समय कुछ समय अजमेर में रुके और जिला कलक्टर डॉ भारती दीक्षित सहित पुलिस
अधिकारियों से मुलाकात की। राजस्थान में बढ़ते साइबर क्राइम को उन्होंने
बड़ा चैलेंज बताया और आमजन से खुद जागरूक रहने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा
कि राजस्थान पुलिस और सरकार खबरों के जरिए भी लगातार जागरूक करने का
प्रयास कर रही है। सोशल मीडिया पर साइबर क्राइम से जागरूकता को लेकर
प्रचार-प्रसार किया जा रहा है फिर भी कोई ना कोई लापरवाही कर जाता है।
वर्तमान
में डिजिटल अरेस्ट का चलन भी चल रहा है। जिसमें टेलीफोन पर फोन करके कहा
जा रहा है कि आप इतने रुपए दे दो वरना आपको अरेस्ट कर देंगे। लोग इसको मान
रहे और मानकर पेमेंट भी कर रहे हैं। जबकि इतना प्रचार-प्रसार किया जा रहा
जिससे जागरूक होना बहुत जरूरी है। डीजीपी ने राजस्थान पुलिस के साइबर पुलिस
स्टेशन में संसाधन की कमी को माना। उन्हाेंने कहा कि जो रिक्वायरमेंट है वैसे फिलहाल
संसाधन नहीं पर जो संसाधन हमारे पास है उसे हम जितना कर सकते हैं वह कर रहे
हैं।
भिवाड़ी में पकड़े गए छह संदिग्ध के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि
दिल्ली पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। राजस्थान की एटीएस टीम
इनके मॉड्यूल का क्या प्लान और प्रोग्राम था। राजस्थान में कहां इनके
कॉन्टेक्ट्स है, किसने सहायता पहुंचाई, कितने दिन से यह चीज हो रही थी। सभी
के बारे में एटीएस एडीजी काम कर रही हैं। आगे जैसी भी जानकारी आएगी, उस पर
कार्रवाई की जाएगी। जेल से गैंग संचालित होने के सवाल पर डीजीपी ने
कहा कि जेल के जैमर को लेकर स्टडी की जा रही है। हालांकि समय-समय पर चेकिंग
चल रही है। समय-समय पर मोबाइल रिकवर किए जा रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / रोहित