अनूपपुर, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । कोतवाली थाना क्षेत्र से बिना घर के सदस्यों के सूचना दिए लापता हुई 16 वर्षीय किशोरी को आखिरकार पुलिस ने 20 दिनों बाद केन्द्र शासित प्रदेश दमन एवं दीव से दस्तयाब करने में सफलता पाई है। पुलिस ने किशोरी को परिजनों को सुपुर्द करते हुए दस्तयाबी के दौरान तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर बहला फुसला कर भगा ले जाने और किशोरी के साथ बलात्कार करने के आरोप लगे हैं। पुलिस ने तीनों आरोपियों 21 वर्षीय नैनेश्वर हीरे पुत्र महेन्द्र हीरे, 52 वर्षीय महेन्द्र हीरे पुत्र देवीदास हीरे दोनों निवासी रोहिदास नगर गोरेगांव मुम्बई और 40 वर्षीय राजू पंवार पुत्र गोकुल पंवार निवासी सिलवासा दमन एवं दीप के खिलाफ धारा 64 (1), 64(2)(एम), 65(1),142, 87, 96, 3(5)भारतीय न्याय संहिता 3,4,5 (एल), 6 पाक्सो एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर न्यायालय पेश करेगी।
थाना प्रभारी अरविन्द जैन ने मंगलवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 17 सितम्बर को 16 वर्षीय किशोरी के परिजनो द्वारा थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि रात्रि में अचानक किशोरी घर से बिना बताए चली गई है। पुलिस ने शिकायत पर धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज कर विवेचना आरंभ की।
कॉल डिटेल के आधार पर दस्तयाब, ऑनलाइन गेम में आई सम्पर्क में
एसपी मोती उर रहमान के निर्देशन में पुलिस एवं सायबर सेल की संयुक्त टीम ने नगर के सीसीटीवी फुटेज एवं मोबाईल कॉल डिटेल के आधार पर किशोरी को दमन एवं दीप प्रदेश के सिलवासा में होना पाया, जहां से दस्तयाब करने में सफलता की। जांच में खुलासा हुआ कि किशोरी की मोबाईल पर खेले जाने वाले आनलाईन फ्री फायर गेम एवं सोशल मीडिया इन्स्टांग्राम में नैनेश्वर हीर से परिचय होने के बाद दोस्ती हो गई। जिसने किशोरी को शादी का बहकावा देकर ट्रेन से कल्याण स्टेशन बुलवा लिया एवं गोरेगांव मुम्बई में अपने घर में रुकवाकर शादी का झांसा देकर बलात्कार किया। किशोरी को अपने घर में ठहराने में आरोपी नैनेश्वर हीरे के पिता महेन्द्र हीरे ने भी सहयोग किया और पुलिस के पकड़े जाने के डर से नैनेश्वर हीरे ने किशोरी को गोरेगांव मुम्बई से दमन एवं दीव प्रदेश में सिलवासा में अपने परिचित राजू पवार के घर पर रुकवा दिया था। एसपी ने टीम के सदस्य थाना प्रभारी अरविन्द जैन, उपनिरीक्षक सरित लकड़ा, सहायक उपनिरीक्षक आरएन तिवारी, आरक्षक मोहन जामरा एवं कविता विकल को पुरूष्कृत किए जाने की घोषणा की है।
एसपी ने अभिभावकों से मोबाइल पर नजर रखने की अपील
पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है कि माता पिता एवं पालको को चाहिए कि वह नाबालिग बालक एवं बालिकाओ को सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, इन्स्टाग्राम, वाटसअप एवं विभिन्न आनलाईन इंटरनेट आधारित गेम के उपयोग के दौरान आवश्यक रूप से निगरानी रखे। जिससे नाबालिग बालक बालिकाओं को इस प्रकार के अपराधों का शिकार होने से बचाया जा सके।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला