शिक्षक दिवस पर आयोजित किया गया जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह
अनूपपुर, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । शिक्षक जीवन पर्यन्त विद्यार्थियों के जीवन में रंग भरने का कार्य करते हैं। शिक्षक के समर्पण भाव से दी गई शिक्षा के चलते विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम परिलक्षित होते हैं। शिक्षक दिवस की महत्वता भी इसी बात पर निर्भर है कि वह बेहतर शिक्षा प्रदान कर विद्यार्थियों का भविष्य निर्माण करें। यह बात गुरुवार को शिक्षक दिवस पर आयोजित जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में कलेक्टर हर्षल पंचोली ने कही।
इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा, जनजातीय कार्य विभाग की सहायक आयुक्त सरिता नायक, सहायक संचालक शिक्षा टी.आर. आर्मो, शिक्षक अनिल सिंह, डॉ. नरेन्द्र पटेल, संजय निगम, फूल सिंह श्याम, सत्यनारायण मौर्य, धर्मेन्द्र शाक्यवार, हेतराम साहू सहित सेवानिवृत्त शिक्षक उपस्थित रहें। इस अवसर पर जिले के सेवानिवृत्त 47 शिक्षक-शिक्षिकाओं का शॉल-श्रीफल से सम्मान किया गया तथा उनके द्वारा दिए गए योगदान को याद किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक प्रस्तुति मॉडल स्कूल अनूपपुर की छात्राओं द्वारा दी गई।
कलेक्टर ने कहा कि अनूपपुर जिले का पिछले वर्ष का परीक्षा परिणाम बेहतर रहा है। यह शिक्षकों की मेहनत से ही संभव हुआ है। जिले में शिक्षा के स्तर को और आगे बढ़ाने की संभावनाएं हैं। जिस दिशा में जिला प्रशासन द्वारा सतत् कार्य किया जा रहा है। सभी शिक्षकों से अपने दायित्वों का बेहतर निर्वहन कर नौनिहालों के भविष्य को सुरक्षित बनाने की दिशा में समर्पित भाव से कार्य कर अपनी निष्ठा तथा कर्तव्य भाव सतत् बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि शिक्षक और विद्यार्थी एक दूसरे के पूरक होते हैं। शिक्षा ऐसा क्षेत्र है, जहां सीखने और सिखाने की सतत् संभावनाएं रहती हैं। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त शिक्षकों का भी समाज में बड़ा मान है। इस परम्परा को वह सदैव कायम रखें तथा जीवन पर्यन्त अपने अनुभवों का लाभ समाज और विद्यार्थियों को प्रदान करने में अपनी भूमिका का निर्वहन करें। सेवानिवृत्त शिक्षकों के उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना करते हुए सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने कहा कि शिक्षकों की प्रेरणा से ही जीवन मूल्यों की पहचान होती है। विद्यार्थी प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक के पायदान में अलग-अलग स्तर पर शिक्षा अर्जित कर अपना मुकाम स्थापित करता है जिसमें शिक्षक की बड़ी भूमिका है। विद्यार्थियों के जीवन में बदलाव लाने में शिक्षकों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। शिक्षक ही है, जो बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर जीवन में बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त शिक्षक भी अपने जीवनकाल में लोगों को अच्छे कार्य के लिए प्रेरित करें। जिससे बेहतर समाज की परिकल्पना को मजबूती मिल सके। 5 सितम्बर शिक्षक दिवस में सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए सभी शिक्षकों से बेहतर कार्य कर समाज में शिक्षक की प्रतिष्ठा को कायम रखने की अपील की।
जनजातीय कार्य विभाग की सहायक आयुक्त सरिता नायक ने भी विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन शासकीय विद्यालय भाद की प्राचार्य डॉ. अंजली सिंह ने किया। आभार सहायक संचालक शिक्षा टी.आर.आर्मो ने किया। इस अवसर पर जिले के सेवानिवृत्त 47 शिक्षक-शिक्षिकाओं का शॉल-श्रीफल से सम्मान किया गया तथा उनके द्वारा दिए गए योगदान को याद किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक प्रस्तुति मॉडल स्कूल अनूपपुर की छात्राओं द्वारा दी गई।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला