Madhya Pradesh

अनूपपुर: आरसीएम का संचालक निकला सूदखोर, गिरफ्तार

जप्त वाहन
जप्त दस्तावेज

दुकान,घर में दी दबिश, 37 कर्जदारों के कोरो चेक, शपथ पत्र, 6 बाइक, एक कार जप्त

अनूपपुर, 25 अप्रैल (Udaipur Kiran) । शहर की कोतवाली थाना पुलिस ने सूदखोरी कर ब्याज वसूलकर शोषण किये जाने की शिकायतों पर वार्ड क्रमांक 14 चेतना नगर में संचिालत आरसीएम दुकान के संचालक सुरेश सिहं पंवार के दुकान एवं घर में दबिश देते हुए 37 कर्जदारों के कोरे चेक, कर्ज लिये जाने के संबंध में शपथ पत्र के साथ आरोपी कर्जदारो की 6 बाइक एवं 1 कार को जप्त किया है। जप्त रिकार्ड के अनुसार करीब 57 लाख 48 हजार की राशि ब्याज में आरोपी सूदखोर के द्वारा वसूली की जा चुकी है।

यह है मामला

अनूपपुर शिवदास राठौर सामतपुर निवासी ने पुलिस अधीक्षक अनूपपुर से शिकायत में बताया कि आर्थिक तंगी के चलते मजबूरी चेतना नगर स्थित आरसीएम दुकान के संचालक सुरेश सिहं पंवार से अक्टूबर 2022 में पचास हजार रूपये का कर्ज लिया था, जिसके बदले सुरेश सिंह पंवार ने कोरे चेकों पर हस्ताक्षर कराकर ले लिया था, अब तक उसने 95 हजारू रूपये देने के बाद भी सुरेश सिहं पंवार द्वारा मूलधन 50 हजारू रूपये बकाया होना कहकर डराया धमकाया जाता है और साथ में बैंक चेक को न्यायालय में लगाकर कोर्ट से नोटिस भी करा दिया है। जिसके बाद पुलिस ने सूदखोर 52 वर्षीय सुरेश सिहं पंवार पिता जयकरण सिहं पंवार निवासी वार्ड क्रमांक 14 चेतना नगर के खिलाफ धारा 420 भादवि. 3,4 म.प्र. ऋणियो का संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया हैं।

वहीं दूसरे मामले में श्यामसुन्दर मिश्रा ने थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई कि कोरोना महामारी के समय आर्थिक तंगी के चलते वर्ष 2021 में आरसीएम दुकान के संचालक सुरेश सिहं पंवार से 5 लाख रूपये का कर्जा लेकर अपने बैंक के कोरे चेक रख दिये थे, जो अब तक 7 लाख 50 हजार रूपये व्याज देने के बाद भी सुरेश सिहं पंवार द्वारा मूलधन 5 लाख रूपये बकाया होना बताकर परेशान किया जा रहा है। इस रिपोर्ट पर भी पुलिस ने आरसीएम दुकान के संचालक के खिलाफ धारा 318(4) बी.एन.एस. एवं 3.4 म.प्र. ऋणियों का संरक्षण अधिनियम 1937 में अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है।

एसपी ने की पूछताछ

पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान ने बताया कि थाना कोतवाली में गिरफ्तार सूदखोर सुरेश सिहं पंवार से स्वयं पूछताछ करने पर सूदखोर ने कोरोना महामारी को आपदा का अवसर बनाकर अपना सूदखोरी का काम किया गया। जांच में पाया गया कि कोराना महामारी के समय कई लोगो का व्यापार एवं काम ठप्प हो जाने पर उनकी मजबूरी एवं परेशानियां का लाभ उठाकर दो गुना ब्याज दर पर लोगों को कर्जा दिया, जिसके बदले में बाइक, कार सहित सोना – चांदी के जेवर गिरवी रखवा कर ब्याज वसूला जाने लगा, जप्त रिकार्ड के अनुसार लगभग 57 लाख 48 हजार की राशि ब्याज में सूदखोर द्वारा अब तक वसूली जा चुकी है। पुलिस अधीक्षक ने आम नागरिकों से अपील की है कि जो भी नागरिक इस तरह के कर्ज एवं ब्याज के जाल में फंसकर सूदखोरों से परेशान चल रहे हो वे अपनी परेशानी को बिना छिपाये सूदखोरो के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हेतु पुलिस की मदद लें।

(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला

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