

अनूपपुर, 11 मई (Udaipur Kiran) । अनूपपुर सहित मध्य प्रदेश के 05 जिलो में फिक्स डिपाजिट एवं लोन दिलाने आईडीसीएस इंडिण्या नाम से बैंकिंग कार्यालय खोलकर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का अनूपपुर पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए अनूपपुर स्थित कार्यालय को सील कर कार्यालय से स्मार्टफोन, 5 लैपटॉप, 2 प्रिंटर और कई फर्जी दस्तावेज जप्त किए हैं। आरोपियों ने 81 निवेशकों से 1.51 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी कर इन पैसे से 20 लाख की लग्जरी कार खरीदी, साढ़े तीन लाख की बीएम डब्लूस बाइक, 5 लाख के सोने के जेवरात और मंडला में 50 लाख का आवासीय प्लॉट भी खरीदा। साथ ही मुख्या आरोपित मंडला निवासी 22 वर्षीय सीईओ योगेश श्रीवास और 28 वर्षीय शाखा प्रबंधक दीपक उपाध्याय को गिरफ्तार किया हैं। वहीं दो फरार बताया हैं। इन पर लगभग दो करोड़ के धोखाधडी का आरोप हैं। रविवार को अनूपपुर पुलिस अक्षीक्षक मोती उर रहमान ने पत्रकार वार्ता में बताया।
थाना कोतवाली अनूपपुर में शिकायतकर्ता ने गिरधारीलाल सोनी मकान के किराये से आईडीसीएस इंडिण्याख नाम की बैकिंग कंपनी पर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई जिस पर पुलिस ने ब्रान्च मैनेजर दीपक उपाध्याय एवं सी.ई.ओ. योगेश श्रीवास पर अपराध की धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2) 3(5) बी.एन.एस.एवं धारा 6 म.प्र. निक्षेपको के हितो का संरक्षण अधिनियम पंजीबद्ध कर गिरफ्तार किया।
पुलिस अक्षीक्षक ने बताया कि मुख्यज आरोपित योगेश श्रीवास ने 13 अक्टूबर 2023 को फाइनेंशियल कंसल्टेंसी के नाम पर कंपनी का जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराया था। स्टेट बैंक ऑफ मॉरीशस के फर्जी दस्तावेज दिखाकर लोगों को धोखा दिया। अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट और इंदौर में फर्जी बैंकिंग कार्यालय चला रहे थे। पिछले कई महीनो से वेतन भी दिये बगैर आफिस बंद अनूपपुर छोड़कर भाग गये थे।
एसपी मोती उर रहमान ने बताया कि आरोपित ने निवेशकों को फिक्स्ड डिपॉजिट पर 6 प्रतिशत मासिक ब्याज का लालच दे रहे थे। मामला निवेशक अभिजीत सिंह की शिकायत पर सामने आया। 3 दिसंबर को एक लाख रुपए जमा कराए थे। लेकिन कुछ माह के बाद न तो ब्याज दिया और ना ही मूल राशि लौटाई। पुलिस ने आरोपियों के सभी बैंक खाते सीज कर दिए हैं। अनूपपुर में डॉक्टर रत्ना परस्ते, आकांक्षा पांडेय और अजय गुप्ता समेत कई लोगों से लाखों रुपए की एफडी कराई गई। आरोपियों ने कई युवाओं को नौकरी का झांसा देकर भी ठगी की। अनूपपुर स्थित कार्यालय को सील कर दिया। कार्यालय से स्मार्टफोन, 5 लैपटॉप, 2 प्रिंटर और कई फर्जी दस्तावेज जब्त किए हैं। आरोपियों ने 81 निवेशकों से 1.51 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की। योगेश ने इन पैसे से 20 लाख की लग्जरी कार खरीदी। साथ ही साढ़े तीन लाख की बीएमडब्लू बाइक, 5 लाख के सोने के जेवरात और मंडला में 50 लाख का आवासीय प्लॉट भी खरीदा।
मकान मालिक के विरूद्ध मामला दर्ज
मकान मालिको को किरायेदारो की जानकारी संबंधित निकटत थाना में दिये जाने हेतु आदेश के बाद भी सूचना नहीं दिये जाने पर मकान मालिक गिरधारीलाल सोनी निवासी अनूपपुर पर धारा 223 बी.एन.एस. पंजीबद्ध किया गया है।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
