Madhya Pradesh

अनूपपुर: स्वयं जागकर हमको देश जगाना है अपने पन की भावना से कार्य करें – अनूप मिश्रा

पथ संचलन
व्याख्यान देते प्रचारक

अनूपपुर, 24 मार्च (Udaipur Kiran) । संगठन मे ही शक्ति है,इस भाव को लेकर हम सब चलते रहते हैं और स्वयं अब जागकर हमको जगाना देश है अपने पन की भावना से कार्य करते हुए हम यह ध्यान देते हैं कि साथ खड़ा स्वयंसेवक कदम‌ से कदम मिला कर चल रहा है या नहीं। हमारे बगल मे साथ चल रहा व्यक्ति हमारा भाई है, जब यह पवित्र भाव मन में होगा तो सभी एकसाथ आगे बढेगें और तब राष्ट्र निर्माण होता है। मनसा, वाचा, कर्मणा जब एकाकार होगा तो गुणवत्ता आती है। अनुशासन इन सबके लिये जरुरी है। 1925 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना का 2025 शताब्दी वर्ष है। आज नित नवीन प्रयोगों के साथ संघ आगे बढ रहा है। आए दिन परिवर्तन होते हैं। प्रत्येक सकारात्मक और आवश्यक परिवर्तन को हमने स्वीकार कर लिया है। बैंगलोर मे अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक चल रही है। संघ और अनुशांगिक संगठनों की बैठक और शाखा में प्रस्ताव का वाचन होना चाहिए। सुप्त शक्ति का जागरण गतिविधियों के माध्यम से करने की जरुरत है। 6 तरह की गतिविधियों से हम यह महत्वपूर्ण कार्य करेंगे।

यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय अनूपपुर में साेमवार काे स्वयंसेवको के दो दिवसीय शारीरिक प्रशिक्षण अभ्यास वर्ग उपरांत शहडोल विभाग सह कार्यवाह अनूप मिश्रा ने कही। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिला अनूपपुर के शारीरिक प्रधान कार्यक्रम में दायित्ववान प्रशिक्षित स्वयंसेवको, कार्यकर्ताओं और गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश का सनातन समाज यह कभी नहीं कहता कि हिन्दू धर्म की जय हो। हम कहते हैं कि धर्म की जय हो, प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो। ऐसा पवित्र भाव ,ऐसी पवित्र कल्याणकारी प्रार्थना केवल सनातन धर्मावलम्बी ही करते हैं।

कार्यक्रम में जिला ,खण्ड, नगर के दायित्ववान स्वयंसेवक एवं गणमान्य लोगों ने पथसंचलन में शामिल होकर उत्कृष्ट और अनुशासित पथ संचलन द्वारा यह संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि शारीरिक, बौद्धिक गुणवत्ता के साथ सामाजिक गुणवत्ता भी बहुत आवश्यक है। समाज निर्माण के लिये पांच स की भूमिका को स्पष्ट करते हुए कहा कि संपर्क ,संवाद, समन्वय, सामंजस्य और सकारात्मक सोच के साथ गांव – गाँव तक संघ कार्य का विस्तार करना हमारा उद्देश्य है।

विभाग सह कार्यवाह अनूप मिश्रा ने कहा कि शताब्दी वर्ष में तेरा वैभव अमर रहे मां, हम दिन चार रहें ,ना रहें का पवित्र भाव देश को ताकत प्रदान करता है। संघ का आह्वान है पंच परिवर्तन बैठक, मेरी भूमिका, सामाजिक समरसता, धर्मान्तरण में अपनी भूमिका, कुशलता – क्षमता का आंकलन । आत्म संतुष्टि होनी चाहिए । सामाजिक समरसता में अपनी भूमिका तय होनी चाहिए । संघ की शाखा मे जो आएगा या शाखा को जो दूर से भी देखेगा, वही संघ को समझ पाएगा। संघ को जानने के लिये संघ को समझना होगा।

उन्होंने कहा कि देश में बौद्धिक संघर्ष हो रहा है। एक तबका वह है जो भारत तेरे टुकड़े होंगे की योजना पर तेजी से कार्य कर रहा है। दूसरा वर्ग वह है जो राष्ट्र निर्माण और राष्ट्र की मजबूती के लिये कार्य कर रहा है। लेकिन उसके समर्थक अभी भी अपनी आंखे बन्द किये हुए हैं। देश को विश्व बन्धुत्व की भावना से कार्य केवल हिन्दू ही करता है। हम सभी भाग्यशाली हैं कि हमने अयोध्या में रामजन्मभूमि मन्दिर बनते देखा, चरैवेति की भावना से चलते रहें, तेरा तुझको अर्पण क्या लेगा मेरा के भाव से कार्य करते रहें। यही हमारा कर्तव्य है।

इससे पूर्व प्रशिक्षित स्वयंसेवकों का नगर मे गुणवत्तापूर्ण ,अनुशासित पथ संचलन हुआ। जिसमे विभाग सह कार्यवाह अनूप मिश्रा, जिला संघ चालक राजेन्द्र तिवारी, नीतेश जी कौरव के साथ अन्य प्रमुख पदाधिकारियो, स्वयंसेवकों, कार्यकर्ताओं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में पूर्ण गणवेश में अनुशासित स्वयंसेवकों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय से तहसील कार्यालय मार्ग, जिला चिकित्सालय ,इन्दिरा चौक से होकर वापस संघ कार्यालय तक गुणवत्तापूर्ण पथ संचलन किया। कार्यक्रम का समापन ध्वज वन्दना और प्रार्थना से हुआ।

(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला

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