अनूपपुर, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । बंगाल की खाड़ी में कम हवा के बन रहे दबाव में सावन माह के बजाय भाद माह में मानसून की झड़ी सी लग गई है। जिला मुख्यालय अनूपपुर के साथ जिले के साथ आसपस के ग्रामीण इलाकों में दो दिनों से लगातार झमझम बारिश जारी है। इससे पूर्व लगभग माह भर से बम बम कर बारिश होने का सिलसिला बना हुजा था। जिसके कारण सुखने के कगार पर पहुंच चुकी सोन, तिपान और चंदास सहित केवाई, अलान, भोहिला, गोहंदा नदियों में पुनः लहरों के हिलोरे उठने लगी है। वहीं कई स्थानों पर नीचे बने रपटा व स्टाप जैम के उपर से पानी का बहाव होने लगा है। सीजन में यह दूसरा मौका है जब नदियों में पानी पूरी तरह से किनारों को छूती हुई मोटी धार में बह रही थी। जबकि बारिश में आसपास के उंची दलान से नदी में उतरने वाला पानी झरने के सामान नदी में मिल रहा था। भू अधीक्षका कार्यालय की जानकारी अनुसार बीते 24 घंटे में जिले में 26.3 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई हैं।
मंगलवार को दिनभर रूकरक हो रहीं बारिश से जननीवन प्रभावित रहा। सुबह स्कूल नाने वाले अधिकांश बच्चें भींगते हुए स्कूल पहुंचे। जबकि बाजारों में व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर बारिश के कारण वीरांनी पसरी रहीं। मुख्य सड़कों सहित गलियों में जगह जगह पानी भराव होने के कारण आमलोग घरों से बाहर नहीं निकले।
बीते 24 घंटे में जिले में 26.3 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज
अधीक्षक भू-अभिलेख अनूपपुर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जिले में बीते 24 घंटे में 26.3 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान वर्षामापी केन्द्र अनूपपुर में 42.8, कोतमा में 31 , बिजुरी में 40, जैतहरी में 22, वेंकटनगर में 19.6, पुष्पराजगढ़ में 26.8, अमरकंटक में 11.2 तथा बेनीबारी में 16.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। अबतक सामान्य औसत वर्षा के 1051.5 मिमी बारिश का आंकड़ा दर्ज किया जा चुका है। एक ओर झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशियों आ गई है। हालांकि पूर्व से खेतों में नमी होने के कारण धान सहित अन्य खरीफ की फसलें इससे लाभांवित थी। लेकिन इस मोटी बारिश से खेतों में और पानी जम गया है। भू-अभीक्षक कार्यालय के अनुसार यह बारिश एक साथ पूरे जिले में बरसी। वहीं सुछती नजर में फिर से पानी लबालब होने पर नल संकट के बन रहे खतरों से भी प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत पाई।
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(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला