
जम्मू, 15 मई (Udaipur Kiran) । मिशन स्टेटहुड के अध्यक्ष सुनील डिंपल ने वीरवार को जम्मू में पाकिस्तान विरोधी और तुर्की विरोधी प्रदर्शन का नेतृत्व किया। यह प्रदर्शन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के जम्मू और कश्मीर के एलओसी सीमावर्ती इलाकों के दौरे के साथ ही हुआ। प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी झंडे और शीर्ष आतंकवादी नेताओं के पुतले जलाए और मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तब तक सैन्य अभियान जारी रखें जब तक कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके), गिलगित और बाल्टिस्तान पूरी तरह से भारत में शामिल नहीं हो जाते।
एक बड़ी सभा को संबोधित करते हुए डिंपल ने कहा, युद्ध तब तक नहीं रुकना चाहिए जब तक पीओके, गिलगित और बाल्टिस्तान आजाद नहीं हो जाते और भारत का हिस्सा नहीं बन जाते। ऑपरेशन सिंदूर तब तक जारी रहना चाहिए जब तक हमारा उद्देश्य पूरा नहीं हो जाता। उन्होंने बलूचिस्तान, पीओके, गिलगित और बाल्टिस्तान के लोगों को पाकिस्तान से आजादी के लिए उनके संघर्ष का पुरजोर समर्थन दिया। डिंपल ने आगे तुर्की के पूर्ण बहिष्कार की मांग की, भारत सरकार से देश में तुर्की के सभी उत्पादों और व्यावसायिक कार्यों पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया। उन्होंने पाकिस्तान को ड्रोन और मिसाइलों की आपूर्ति सहित तुर्की द्वारा कथित सैन्य और वित्तीय सहायता का हवाला दिया। रक्षा मंत्री के नियंत्रण रेखा पर दौरे का स्वागत करते हुए डिंपल ने कहा, यह समय पर और बहादुरी भरा कदम है। लेकिन सरकार को तब तक आक्रामक रुख अपनाना चाहिए जब तक कि आतंकवादी नेता हाफिज सईद और मसूद अजहर का सफाया नहीं हो जाता।
उन्होंने बलूचिस्तान की आजादी के लिए चल रहे संघर्ष में बलूच नेता मीर यार बलूच को भी पूरा समर्थन दिया और गिलगित और बाल्टिस्तान में इसी तरह के आंदोलनों के लिए भारत से समर्थन का आह्वान किया। डिंपल ने कश्मीर घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज करने के लिए जम्मू और कश्मीर पुलिस के महानिदेशक नलिन प्रभात की सराहना की। उन्होंने डीजीपी से क्षेत्र में सक्रिय पाकिस्तानी आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए जम्मू क्षेत्र में भी इसी तरह की कार्रवाई शुरू करने का आग्रह किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
