RAJASTHAN

कांग्रेस का दूसरा नाम मोहब्बत की दुकान की विचारधारा : गहलाेत

अशाेक गहलाेत

जयपुर, 20 जनवरी (Udaipur Kiran) । पूर्व मुख्यमंत्री अशाेक गहलाेत ने दूसरी राजनीतिक पार्टियों को राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान की विचारधारा सीखने की नसीहत दी है। गहलाेत ने कहा कि भाजपा के नेताओं के लिए कांग्रेस नेताओं को अपशब्द बोलना रह गया है जबकि कांग्रेस बड़ा दिल रखने वाली पार्टी है।

गहलाेत ने एक्स पर लिखी पाेस्ट में कहा कि यह कांग्रेस है।

यह भाजपा और कांग्रेस की विचारधारा का बुनियादी अंतर है। भाजपा संकीर्ण विचारधारा रखकर कांग्रेस नेताओं के नाम से बने संस्थानों के नाम बदलने, देश के लिए कुर्बानी तक दे चुके कांग्रेस नेताओं को अपशब्द बोलने तक रह गई है जबकि कांग्रेस बड़ा दिल रखने वाली पार्टी है। कांग्रेस की विचारधारा भारतवर्ष की विचारधारा है जो सहअस्तित्व में विश्वास करती है।

कांग्रेस सभी जाति, धर्म, वर्ग और समुदायों को तो साथ लेकर चलती ही है। साथ ही जो लोग कांग्रेस की यात्रा में कभी न कभी साथ रहे और योगदान दिया, उन्हें पार्टी छोड़ने या विचारधारा बदलने के बाद भी सम्मान देती है। इसीलिए कांग्रेस के नए कार्यालय में उन लोगों की भी तस्वीरें लगी हैं जो आज कांग्रेस में नहीं हैं और इन्होंने निजी हित के लिए कांग्रेस के साथ विश्वासघात किया।

उन्हाेंने लिखा कि भारत देश के लोगों ने तो हमारी मान्यताओं से असहमति रखने वाले चार्वाक को भी महर्षि चार्वाक कहा। हमारे ग्रन्थों में दैत्यों के गुरू शुक्राचार्य को भी उपाधि दी गई और महर्षि शुक्राचार्य कहकर संबोधित किया। ऐसी ही विचारधारा कांग्रेस की है।

इन तस्वीरों वाले कुछ नेताओं ने तो गांधी-नेहरू परिवार और राहुल गांधी तक को अपशब्द बोलने में कसर नहीं छोड़ी। पर यह नेहरू-गांधी परिवार है जिसने राजीव गांधी की हत्या करने वालों तक को उनके बच्चों के भविष्य की खातिर माफी दे दी। इन्दिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या का गहरा जख्म हर कांग्रेसी के दिल में है। पर यह गांधी-नेहरू परिवार कभी किसी से भी द्वेष नहीं रखता है। यही राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान की विचारधारा है। दूसरी राजनीतिक पार्टियों को ये विचारधारा सीखनी चाहिए।

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(Udaipur Kiran) / रोहित

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