जोधपुर, 13 नवम्बर (Udaipur Kiran) । शहर का बहुचर्चित ब्यूटिशियन अनिता चौधरी हत्याकाण्ड का पूरी तरह खुलासा नहीं हो पाया है। हत्या के आरोप में पकड़ा गया मुख्य अभियुक्त की रिमाण्ड अवधि 16 नवंबर को समाप्त हो रही है।
पुलिस धीरे धीरे कुछ बातों को उजागर कर रही है, मगर हत्या की वास्वविक क्या वजह रही इस पर अब तक चुप्पी साधे हुए है। पुलिस द्वारा अब तक हत्या की जो कहानी बताई गई है उस हिसाब से लूट और अनिता को नशे की ओवर डोज दिए जाने के बाद उसके होश में नहीं आना और हत्या करना बताया गया है। मगर पुलिस इस बात को लेकर भी पेशोपेश मेें है कि इतनी कम रकम के लिए आरोपित गुलामुद्दीन ने हत्या जैसा काण्ड क्यूं किया। फिर शव को टुकड़ों में कर गाड़ दिया। पुलिस ने हथौड़े से हत्या करना और फिर चाकू अथवा छुरे से शव को काटने बात बताई है, औजारों को भी जब्त कर लिया गया है। अनिता चौधरी का मोबाइल भी पुलिस ने जब्त किया है। जिसमें अहम सुराग होने की बात आई थी, मगर पुलिस इसमें भी खाली हाथ होना बता रही है।
वहीं मृतका अनिता चौधरी के परिजन और समाज के लोग अब तक इस निष्कर्ष पर भी नहीं पहुंचे है कि शव का पोस्टमार्टम करवाया जाए। संदेह है कि किसी राजनीतिक दबाव में वे ऐसा नहीं कर पा रहे है। प्रदेश की सरदार आज सात सीटों पर उपचुनाव से निवृत हो जाएगी। ऐसे में यह कयास लगाया जा सकता है कि एक दो दिन में शव के निस्तारण एवं पोस्टमार्टम पर कोई सहमति बनेगी। परिजन सरकारी नौकरी के साथ एक करोड़ का मुआवजा भी मांग रहे है।
सनद रहे कि 27 अक्टूबर को अनिता चौधरी ऑटो से गंगाणा पहुंची और 30 अक्टूबर की रात्रि को छह टुकड़ों में उसका शव आरोपित गुलामुद्दीन के घर के आगे गांगाणा में मिला था।
पुलिस ने हत्याकाण्ड से जुड़े होने की आशंका में बिल्डर से भी पूछताछ कर डाली। आरोपी और बिल्डर को आमने सामने बिठाकर पूछताछ की गई मगर कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया। बिल्डर को भी मंगलवार को कोर्ट से जमानत मिल गई।
(Udaipur Kiran) / सतीश