अजमेर, 7 नवंबर (Udaipur Kiran) । प्रशासनिक स्तर पर की जा रही पुष्कर मेले की तैयारियों को जायजा लेने के लिए आज गौपालन एवं पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत पुष्कर पहुंचे जहां उनका एडीएम अजमेर, उपखंड अधिकारी गौरव मित्तल एवं जिला पशुपालन अधिकारी सुनील घीया ने स्वागत किया। पुष्कर यात्रा के दौरान मंत्री कुमावत ने मेला क्षेत्र में घूमकर जायजा लिया और राजस्थान सरकार के द्वारा पशुपालकों एवं देशभर से पहुंचे ऊंट और घोड़ों की सुविधाओं के लिए किए जा रहे इंतजामों के बारे में जानकारी ली साथ ही मंत्री कुमावत ने मेला क्षेत्र में अश्व पालकों एवं ऊंट पालकों से भी व्यक्तिगत बातचीत करके उन्हें होने वाली परेशानियों और प्रशासनिक स्तर पर किए गए इंतजामों के बारे में बातचीत की। इस दौरान मौजूद अधिकारियों ने उन्हें पुष्कर मेले में पहुंचे ऊंट और घोड़ों की संख्या बताते हुए यहां होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। आपको बता दें कि लगभग एक दशक के बाद यह पहला मौका है जब राज्य सरकार पशुपालन मंत्री ने पुष्कर पहुंचकर मेले में आने वाले पशुपालकों और जानवरों के बारे में जानकारी ली है । मेला क्षेत्र का जायजा लेने के बाद मंत्री कुमावत ने विभाग से जुड़े अधिकारियों की एक बैठक भी ली ।
सात उपचुनावों में जीत बीजेपी की ही होगी
पुष्कर पहुंचे मंत्री जोराराम कुमावत ने मीडिया से बातचीत के दौरान दावा किया कि आगामी 13 नवंबर को राजस्थान में सात विधानसभा क्षेत्रों में होने जा रहे उपचुनावों में जीत भाजपा उम्मीदवारों की ही होगी । बीते 10 महीनों के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किसानों , ग्रामीणों , युवाओं और महिलाओं के हितों के लिए अथक मेहनत और परिश्रम करके जो कार्य किए हैं, उन कार्यों का ही परिणाम होगा की आम जनता बीजेपी उम्मीदवारों के पक्ष में ना सिर्फ जमकर मतदान करेगी बल्कि उन्हें भारी मतों से जिताकर विधानसभा भी भेजेगी ।
कुमावत के साथ नजर नहीं आए स्थानीय भाजपाई नेता
मंत्री कुमावत की पुष्कर यात्रा के दौरान दिलचस्प बात यह रही कि एक भी स्थानीय भाजपा नेता उनके साथ नजर नहीं आया । न ही पुष्कर पहुंचने पर भाजपा नेताओं द्वारा उनका स्वागत किया गया । यह बात इसलिए भी चर्चा का विषय बनी रही क्यों कि भाजपा के हर छोटे से लेकर बड़े नेताओं की यात्रा के दौरान स्थानीय पार्षद और संगठन से जुड़े नेता उनका स्वागत सत्कार करते नजर आते है लेकिन आज किसी भी नेता का नहीं पहुंचना वाकई हैरान करने वाला था। —————
(Udaipur Kiran) / संतोष