धर्मशाला, 07 मई (Udaipur Kiran) । राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने मुख्य शिक्षक, केंद्र मुख्य शिक्षक तथा बीईईओ के रूप में होने वाली पदोन्नति को किसी भी सूरत में नही रोकने की मांग की है। संघ ने अंडर-12 वर्ग की खेलों को बहाल करने सहित अनावश्यक रूप से स्कूलों का विलय नहीं करने की भी मांग उठाई है।
बुधवार को धर्मशाला में राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिला कांगड़ा के अध्यक्ष अनिल भाटिया ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए यह मांग सरकार से की है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक पाठशाला में कम से कम दो अध्यापक होने चाहिए। प्री प्राइमरी कक्षाओं के लिए नर्सरी टीचर उपलब्ध करवाए जाएं। उन्होंने यह बीह स्पष्ट किया कि इन मांगों पर कार्रवाई न होने तक शिमला में क्रमिक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि निलंबित संघ पदाधिकारियों को बहाल किया जाए। प्राथमिक शिक्षा में सुधार हेतू आंदोलन कर रहे शिक्षकों के प्रति सरकार तानशाह रवैया अपनाए हुए है।
निजी मोबाइल से नहीं करेंगे सरकारी कार्य
उन्होंने कहा कि 15 मई 2025 तक स्कूलों में इंटरनेट, मोबाइल सिम तथा नेट पैक आदि सुविधा नहीं दी गई तो शिक्षक किसी भी प्रकार का ऑनलाइन कार्य निजी मोबाइल से नहीं करेंगे। इस सम्बंध में पहले ही सभी संबंधित खण्ड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी के पास खण्ड की पाठशालाओं से पत्र प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें शिक्षकों ने स्पष्ट किया है कि अपने निजी संसाधनों का उपयोग करके वे अब और सरकारी कार्य नहीं करेंगे।
मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिला कांगड़ा इकाई ने अपने समस्त 23 खंड इकाई पदाधिकारियों के साथ उपायुक्त कांगड़ा के माध्यम से मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए अपनी मांगों पर कार्रवाई का आग्रह किया है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
