जयपुर, 15 जनवरी (Udaipur Kiran) । महिला एवं बाल विकास निदेशालय के बाहर अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ एकीकृत के बैनर तले गत आठ दिनों से आंगनबाड़ी महिला कर्मियों का अनिश्चितकालीन धरना बुधवार को भी जारी रहा । जिसके चलते बुधवार को महिलाओं ने सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए महिला एवं बाल विकास निदेशालय के सामने सद्बुद्धि हवन किया। जिसमें अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ भी शामिल हुए।
अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ एकीकृत की प्रदेश अध्यक्ष मधुबाला शर्मा ने बताया कि मांगों को लेकर बुधवार को महिलाओं ने सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए महिला एवं बाल विकास निदेशालय के सामने सद्बुद्धि हवन किया। वहीं गुरूवार को महिला बाल विकास मंत्री दिया कुमारी के आवास का घेराव कर विरोध किया जाएगा।
मधुबाला शर्मा ने बताया कि उनकी मांगों में से एक मांग यह है कि विभाग में आंगनबाड़ी सुपरवाइजर के पद का कोटा 50 प्रतिशत से बढाकर 100 प्रतिशत पद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से लिए जाए और विभाग में एनी पद यथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, कनिष्ठ सहायक (लिपिक) के 50 प्रतिशत पद मानदेय कर्मियों के लिए आरक्षित रखे जाये। इसके अलावा आंगनबाड़ी केन्द्रों को ही बालबाड़ी बनाया जाये एवं कार्यकर्ता को ही नर्सरी शिक्षक बनाया जाये। साथ ही पोषाहार वितरण के लिए लाभार्थी के फेस रीडिंग की जगह ओटीपी व्यवस्था को ही प्राथमिकता दी जाये। वहीं बजट में की गयी घोषणा अनुसार सेवानिवृति पर 2 से 3 लाख रूपये की राशि देने की व्यवस्था शीघ्र लागू की जाये एवं पेंशन व्यवस्था अतिशीघ्र लागू की जाये। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर शिक्षा विभाग के कैलेंडर अनुसार अवकाश देय किये जाये।
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(Udaipur Kiran)