प्रेस संवाद कार्यक्रम में राज्यपाल से मीडिया के प्रतिनिधियों ने की मुलाकात
लखनऊ, 26 दिसंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से गुरूवार को राजभवन, लखनऊ में प्रमुख समाचार-पत्रों एवं प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों ने प्रेस संवाद कार्यक्रम में मुलाकात की। इस अवसर पर पत्रकारों के सवालों के जबाब देते हुए राज्यपाल ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी। प्रदेश के बच्चे अपने विश्वविद्यालयों के बजाय बाहर पढ़ाई करना क्यों पसंद करते हैं ? प्रश्न पर राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए निरंतर प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा को रोजगारपरक बनाने, शोध को बढ़ावा देने और छात्रों को बेहतर मार्गदर्शन प्रदान करने पर लगातार काम हो रहा है।
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालय राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। नैक और एन0आई0आर0एफ0 रैंकिंग में विश्वविद्यालयों का प्रदर्शन उत्कृष्ट हो रहा है। विश्वविद्यालयों द्वारा डिजिलॉकर में डिग्रियां अपलोड की जा रही हैं, जिससे विद्यार्थियों के धन और समय की बचत हो रही है।
उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी केंद्रों को सशक्त बनाने, टी0बी0 मरीजों के पोषण, और सर्वाइकल केंसर से बचाव के लिए टीकाकरण में भी राजभवन का महत्वपूर्ण योगदान है। विश्वविद्यालयों में दीक्षांत समारोह के दौरान छोटे बच्चों को आमंत्रित किया जाता है, जिससे वे प्रेरणा लें और शिक्षा का महत्व समझें।
गुजरात मॉडल और उभरते हुए यू0पी0 मॉडल में अंतर के बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात मॉडल ने अपनी अलग पहचान बनाई है, जबकि यू0पी0 मॉडल अब तेजी से प्रगति कर रहा है। जहा पर अच्छा कार्य हो रहा है उससे सीखना चाहिए। उन्होंने यूपी में शिक्षा, स्वास्थ्य, और पर्यटन क्षेत्र में हो रहे सुधारों को रेखांकित करते हुए कहा कि यूपी मॉडल की सबसे बड़ी ताकत यहां की विविधता और स्थानीय संसाधनों का सही उपयोग है।
राज्यपाल से उत्तर प्रदेश में हो रहे बदलावों के बारे में पूछा गया। उन्होंने कहा कि पर्यटन, कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में बड़े बदलाव आए हैं। ऑर्गेनिक खेती में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है और उत्पादन व बिक्री में सुधार हुआ है। सरकार इन क्षेत्रों में रुचि लेकर काम कर रही है, जिससे प्रदेश की तस्वीर बदल रही है।
राज्यपाल ने हाल ही में नालंदा विश्वविद्यालय के भ्रमण की चर्चा करते हुए कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय में वर्षा के जल के संरक्षण और बिजली बचत की उत्कृष्ट व्यवस्था की गयी है। वहां के नवनिर्माण से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री से चर्चा की कि इस मॉडल को प्रदेश के स्कूलों और अस्पतालों में भी लागू किया जा सकता है।
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(Udaipur Kiran) / बृजनंदन