-नगर पंचायत के चेयरमैन ने अपने गुर्गों के साथ पत्रकारों की दी थी तालीबानी सजा
-मामला डीजीपी और मनवाधिकार आयोग तक पहुंचने के बाद पुलिस ने की कार्रवाई
हमीरपुर, 02 नवम्बर (Udaipur Kiran) । थाना जरिया के सरीला कस्बे में पिछले रविवार की रात भाजपा के चेयरमैन और क्षेत्रीय पत्रकारों के बीच दलित युवक के घर शराब पीकर नशेबाजी के बाद मारपीट करने का मामला मानवाधिकार आयोग के पास पहुंच गया है। इस मामले में क्षेत्रीय पत्रकारों ने निर्वस्त्र कर पेशाब पिलाकर तालिबानी सजा देने का आरोप लगा शिकायत दर्ज कराई है। फिलहाल पहले ही दोनों पक्षों का मामला दर्ज कर चुकी पुलिस ने शनिवार को चेयरमैन पक्ष के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उधर पत्रकारों को प्रताड़ित करने के इस मामले को सपा ने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर निंदा की है।
पिछले रविवार को सरीला कस्बे के जरिया बस स्टैंड निवासी आकाश अनुरागी के आवास में चेयरमैन के साथियों और क्षेत्रीय पत्रकारों के बीच हुए विवाद के वीडियो वायरल किए गए। जिसमें शराब की एक बोतल के साथ नमकीन पानी आदि दिख रहा है। वहीं नशे में लोग विवाद कर रहे हैं। इस मामले में क्षेत्रीय पत्रकार सरीला निवासी अमित द्विवेद्वी व खेड़ा निवासी शैलेंद्र ने मानवाधिकार आयोग में की गई शिकायत में कहा है कि नगर पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित करने से नाराज भाजपा के चेयरमैन पवन अनुरागी ने अपने साथी के जरिए उन्हें बुलाया। वहां कमरा बंद कर उन्हें बुरी तरह मारा-पीटा गया। साथ ही निर्वस्त्र कर पेशाब पिलाई गई है। हालांकि इनकी ओर से दी गई तहरीर पर थाना जरिया पुलिस ने चेयरमैन पवन अनुरागी, अखिलेश राजपूत, विक्रम यादव, विश्वकर्मा, आरके सोनी, आकाश अनुरागी, नरेंद्र व दो अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। वहीं चेयरमैन पक्ष के आकाश अनुरागी की तहरीर पर अमित द्विवेद्वी व शैलेंद्र के खिलाफ लूटपाट के इरादे से तमंचा लेकर बदनीयती के इरादे से घर में घुसकर जाति सूचक शब्दों से गालियां देने का मामला दर्ज कराया गया है।
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक मनोज गुप्ता ने शनिवार को बताया कि क्षेत्रीय पत्रकारों के साथ हुई मारपीट मामले के एक आरोपी आरके सोनी को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश कर जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। उधर समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा है कि पत्रकार शैलेंद्र मिश्रा और अमित द्विवेदी को भाजपा नेताओं ने कमरे में नंगा करके पीटा और फिर पुलिस की मिलीभगत से फर्जी मुकदमा भी दर्ज करवा दिया। लोकतंत्र के चतुर्थ स्तंभ पत्रकारों को यूपी में योगी/ भाजपा सरकार में जमकर प्रताड़ित किया जा रहा है, पिटाई हो रही, जान से मारा जा रहा है, मुकदमे दर्ज करवा दिए जा रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / पंकज मिश्रा