
गुवाहाटी, 01 जून (Udaipur Kiran) । असम में मूसलधार बारिश से उत्पन्न बाढ़ और भूस्खलन की गंभीर स्थिति के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य को केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने रविवार को बताया कि गृह मंत्री ने उन्हें फोन कर हालात की जानकारी ली और सभी जरूरी मदद देने का वादा किया।
मुख्यमंत्री सरमा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, गृह मंत्री अमित शाह ने थोड़ी देर पहले मुझे फोन कर असम में बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। मैंने उन्हें अब तक की गई तैयारियों से अवगत कराया। हम उनके संवेदनशील रवैये और सहयोग के लिए आभारी हैं।
राज्य के 12 जिलों में बाढ़ और भूस्खलन से हालात बेहद खराब हैं। अब तक 58,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। 1 जून को ब्रह्मपुत्र नद डिब्रूगढ़ में खतरे के निशान को पार कर गई, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, अबतक आठ लोगों की मौत हो चुकी है और 175 गांव प्रभावित हुए हैं। जिनमें 3 की मौत बाढ़ में और 5 की भूस्खलन में हुई है। ये मौतें गोलाघाट, लखीमपुर और कामरूप (मेट्रो) जिलों में हुई हैं। गोलाघाट और गुवाहाटी में बच्चों की भी जान गई हैं।
सात हजार से अधिक लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। धेमाजी, दक्षिण सालमारा, लखीमपुर, डिब्रूगढ़, गोलाघाट और कार्बी आंगलोंग के 175 गांव प्रभावित हुए हैं। प्रशासन ने 16 राहत शिविर और वितरण केंद्र स्थापित किए हैं, जहां 7000 से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं।
फसल और पशुधन को भारी नुकसान हुआ है। करीब 791 हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई है। लगभग 76 हजार पशु प्रभावित हुए हैं और 194 पशुओं के बह जाने की जानकारी मिली है। सड़क और अन्य ढांचागत नुकसान भी व्यापक पैमाने पर हुए हैं।
22 सड़कों, एक पुल, कई तटबंधों और सिंचाई नहरों को नुकसान पहुंचा है। स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों की इमारतें भी प्रभावित हुई हैं। गुवाहाटी और अन्य जिलों में शहरी बाढ़ के चलते करीब 10 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, अग्निशमन सेवा और स्थानीय प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं।
मौसम विभाग ने और बारिश की चेतावनी दी है, ऐसे में राज्य प्रशासन सतर्क है और नुकसान को कम करने के प्रयास जारी हैं।
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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
