मंडी, 24 दिसंबर (Udaipur Kiran) । लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी आसमान बादलों से अटा रहा मगर बारिश खुल कर नहीं हो पाई। हल्की हल्की बारिश ने किसानों को कुछ राहत तो दी, खेतों में नमी आ गई मगर सूखा पूरी तरह से खत्म नहीं हो पाया। दोपहर को शुरू हुई रिमझिम बारिश यूं तो घंटों तक चलती रही, बीच में आसमान साफ भी हो गया, हल्की धूप भी निकली मगर फिर भी इस बारिश को राहत की बारिश माना जा रहा है। गंदम के सूख गए खेत व पीली होती जा रही गंदम को कुछ संजीवनी तो मिल ही गई। खेतों में आई नमी से अब जहां पर बिजाई नहीं हो पाई थी वह भी हो सकेगी। अभी किसान 26 व 27 दिसंबर को इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद कर रहे हैं मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुकूल बारिश होगी और सूखे से पूरी तरह से निजात मिल जाएगी।
निचले क्षेत्रों में हल्की बारिश के साथ साथ उंची चोटियों पर मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी बर्फबारी होती रही। यह बर्फबारी को खुशहाली के तौर पर देखा जा रहा है। इससे आने वाले दिनों में नदी नालों में पानी की मात्रा बढ़ सकती है। इधर, मौसम के करवट बदलने से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन पर भी असर हुआ है। कई कच्चे रूट बंद हो गए हैं। बिजली भी बार बार गुल हो रही है। लोगों की दुश्वारियां बढ़ी हैं मगर बारिश बर्फबारी हो जाए, यह मानकर लोग दुश्वारियां झेलने को भी तैयार हैं।
इस बारिश बर्फबारी ने पूरे मंडी जिले को कड़ाके की ठंड में जकड़ लिया है। लगातार दूसरे दिन भी लोग सिर्फ जरूरी कामों के लिए ही बाहर निकले अन्यथा अधिकांश लोग घरों में ही हीटर व अलाव के सहारे दुबके रहे। ठंड के चलते जगह जगह लोग लकड़ी आदि जलाकर इससे बचने की कोशिश करते हुए दिखे।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा