जम्मू, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जम्मू विश्वविद्यालय रिसर्च स्कॉलर्स एग्जीक्यूटिव एसोसिएशन (जेयूआरएसईए) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विकास शर्मा ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से जम्मू विश्वविद्यालय से जुड़ी कथित अनियमितताओं, खासकर रजिस्ट्रार के पद पर अयोग्य उम्मीदवार के चयन के मामले में उच्च स्तरीय जांच शुरू करने की मांग की है।
वीरवार को एक बैठक के दौरान डॉ. शर्मा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि 2011 में तत्कालीन कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय के भीतर अवैध पदोन्नति की जांच के लिए एक जांच का आदेश दिया था। जांच में पाया गया कि कुछ लोगों की पदोन्नति गैरकानूनी थी और परिणामस्वरूप तत्कालीन कुलाधिपति एनएन वोहरा ने इससे जुड़े आदेश जारी किये थे।
हालांकि, बाद में पदावनति को उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई थी। लगभग 10 वर्षों के बाद उन्हें एक अनुकूल निर्णय मिला। डॉ. शर्मा ने कहा यह आश्चर्यजनक है कि कुलपति ने एकल पीठ के फैसले को चुनौती नहीं दी जबकि इसी तरह के अन्य मामलों में विश्वविद्यालय ने सर्वोच्च न्यायालय तक अपील की है। डॉ. शर्मा ने मांग की कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला इस बात की जांच के आदेश दें कि कुछ लोगों से जुड़ा मामला उच्च न्यायालय में डबल बेंच में क्यों नहीं भेजा गया और आखिरकार उन्हें रजिस्ट्रार के पद के लिए कैसे चुना गया। उन्होंने आगे जोर दिया कि यदि कुलपति किसी भी गलत काम के लिए जिम्मेदार पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। इसके अतिरिक्त, डॉ. शर्मा ने मुख्यमंत्री से प्रो-कुलपति के रूप में किसी भी नियुक्ति पत्र जारी करने से पहले प्रशासनिक पदों के लिए चयन समिति की फाइल की व्यक्तिगत रूप से समीक्षा करने का आग्रह किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा