मुरादाबाद, 19 जनवरी (Udaipur Kiran) । स्वास्तिक सेवा समिति मुरादाबाद के द्वादश वार्षिकोत्सव पर आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत कथा का शुभारम्भ रविवार को कलश यात्रा के साथ हुआ। कथा वाचक व्योम त्रिपाठी ने कहा कि माँ भगवती के अद्भुत चरित्र का मह्त्व बताते हुए कहा कि शक्ति के बिना सभी अराधना अधूरी है। जिस जगह शक्ति नहीं होती है वहां शिव भी शव के समान होते हैं।
कथा स्थल श्री सनातन धर्म मंदिर, मिलन विहार से गाजे बाजे संग कलश यात्रा प्रारम्भ हु।, जिसमें 251 महिलाएं पीताम्बर वस्त्रों में अपने सिर पर कलश रखकर चल रही थीं। कलश यात्रा में बैंड बाजे की धुन पर बज रहे भजनों पर भक्तों ने नृत्य किया। जगह-जगह पुष्प वर्षा से कलश यात्रा का स्वागत अभिनंदन हुआ। मिलन विहार की विभिन्न गलियों में घूमते हुए पुनः मंदिर पर पहुंचकर कलश यात्रा विसर्जित हुई।
इसके उपरांत कथा वाचक व्योम त्रिपाठी द्वारा संगीतमय देवी भागवत के प्रथम दिवस की कथा का रसपान कराते हुए कहा कि माता ही शक्ति स्वरूप माँ जगत जननी है। उन्होंने कथा का महात्म सुनाते हुए कहा कि देवी भागवत समस्त शास्त्रों का सार है। उन्होंने दस महाविद्या के बारे मे बताया। कथा मे मुख्य रूप से समिति के संरक्षक विनय शर्मा, मनोज आहूजा, अध्यक्ष आशुतोष शर्मा, संकल्प गुप्ता, वीके सिंह, रवि त्यागी, हिमांशु मिश्रा, एम वी शर्मा, अर्पित गांधारी, महिला अध्यक्ष श्री मति रीना आहूजा, रेणु गुप्ता, अंशु सिंह, अंशु गौर, लता दीक्षित, सरिता शर्मा, शशि अरोरा, मीरा सिंह, रजनी, भारती शुक्ला, प्रभा त्रिपाठी, तरूणा शर्मा आदि सभी समिति सदस्यों के साथ भक्तों ने कथा का आनंद लेकर प्रसाद ग्रहण किया।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल