लखनऊ, 11 नवम्बर (Udaipur Kiran) । प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा सोमवार को कृषि निदेशालय में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के वाटरशेड विकास घटक, वर्षा जल संचयन की खेत तालाब योजना, पं0 दीनदयाल किसान समृद्धि योजना के अंतर्गत बीहड़ सुधार के कार्यों की समीक्षा की गयी। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि खेत में तालाब खोद चुके सभी लाभार्थियों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा भूमि संरक्षण अधिकारी के माध्यम से एक सप्ताह के अंदर की जाए।
समीक्षा के दौरान कृषि मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के वाटरशेड विकास घटक की परियोजना को भूमि संरक्षण की पं0 दीनदयाल योजना, खेत तालाब योजना तथा आरएडी योजना के साथ समन्वित उपचार कर जल संचयन, मृदा संरक्षण, अजीविका संवर्द्धन एवं प्राकृतिक संसाधनों के प्रति जागरूक कर माडल वाटरशेड में अनुकरण कर जलागम विकास किया जाए। उन्होंने सभी योजनाओं के लक्ष्य को तेजी से भौतिक प्रगति के निर्देश दिये, जिससे किसानों को किसी प्रकार की सिंचाई समस्या का सामना न करना पड़े तथा उनके खेतों का उत्पादन तथा उत्पादकता बढ़ाई जा सके। इस योजना के अंतर्गत स्प्रिंकलर की स्थापना हेतु उद्यान विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर शीघ्रता से तकनीकी स्वीकृति एवं त्रिपक्षीय अनुबंध के निर्देश दिये।
(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय