Haryana

सिरसा की सभी पैक्स होंगी कम्प्यूटरीकृत

माधोसिंघाना पैक्स कार्यालय (फाइल फोटो)

सिरसा, 20 मई (Udaipur Kiran) । सिरसा जिला में किसानों को खाद, बीज, दवा और फसली ऋण उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली पैक्स (प्राथमिक कृषि सहकारी समिति) का डाटा नेशनल कोऑपरेटिव डेटाबेस पर अपलोड कर दिया गया है और अब जिले की सभी पैक्स को ऑनलाइन जोड़ने के लिए कार्य किया जा रहा है।

सहकारी समितियों के सहायक रजिस्ट्रार संजीव ने मंगलवार को बताया जिले की माधोसिंघाना पैक्स ई-पैक्स हो गई है, जो सीधे ऑनलाइन केंद्रीय सहकारी बैंक व सहकारिता से जुड़े अन्य संस्थानों से जोड़ी गई है। जिले में 38 पैक्स है और अन्य पैक्स को भी जल्द ही ई-पैक्स बनाए जाने के लिए काम किया जा रहा है। जिले में 37 मल्टीपल पैक्स और छह सहकारी विपणन समितियां पीएम किसान सेवा केंद्र के रुप में काम कर रही है।

सहकारी समितियों के सहायक रजिस्ट्रार संजीव ने बताया कि जिले की चार पैक्स में अनाज स्टोर करने के लिए गोदाम बनाए जा सकते हैं। इनमें से धर्मपुरा, कुरंगावाली, पंजुआना, ऐलनाबाद को चिह्नित किया गया है। जहां ग्रेन स्टोरेज प्लान के तहत गोदाम बनाए जा सकते हैं, ये पैक्स सभी शर्तों को पूरा करती है, लेकिन यहां गोदाम तभी बन पाएंगे जब किसी खरीद एजेंसी से एग्रीमेंट होगा।

एक लाख 28 हजार 57 किसान जुड़े हैं पैक्स से

सहायक रजिस्ट्रार ने बताया कि कृषि व गैर कृषि, दो श्रेणियों में पैक्स के सदस्य बन सकते हैं। पैक्स का कार्य फसली ऋण, किसानों को दवाई, बीज और खाद उपलब्ध करवाने का होता है। यह संस्था किसानों को मदद उपलब्ध करवाती है। उन्होंने बताया कि पूरे जिले में एक लाख 28 हजार 57 पैक्स के सदस्य हैं जो 38 पैक्स के माध्यम से जुड़े हुए हैं।

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(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma

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सिरसा की सभी पैक्स होंगी कम्प्यूटरीकृत

माधोसिंघाना पैक्स कार्यालय (फाइल फोटो)

सिरसा, 20 मई (Udaipur Kiran) । सिरसा जिला में किसानों को खाद, बीज, दवा और फसली ऋण उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली पैक्स (प्राथमिक कृषि सहकारी समिति) का डाटा नेशनल कोऑपरेटिव डेटाबेस पर अपलोड कर दिया गया है और अब जिले की सभी पैक्स को ऑनलाइन जोड़ने के लिए कार्य किया जा रहा है।

सहकारी समितियों के सहायक रजिस्ट्रार संजीव ने मंगलवार को बताया जिले की माधोसिंघाना पैक्स ई-पैक्स हो गई है, जो सीधे ऑनलाइन केंद्रीय सहकारी बैंक व सहकारिता से जुड़े अन्य संस्थानों से जोड़ी गई है। जिले में 38 पैक्स है और अन्य पैक्स को भी जल्द ही ई-पैक्स बनाए जाने के लिए काम किया जा रहा है। जिले में 37 मल्टीपल पैक्स और छह सहकारी विपणन समितियां पीएम किसान सेवा केंद्र के रुप में काम कर रही है।

सहकारी समितियों के सहायक रजिस्ट्रार संजीव ने बताया कि जिले की चार पैक्स में अनाज स्टोर करने के लिए गोदाम बनाए जा सकते हैं। इनमें से धर्मपुरा, कुरंगावाली, पंजुआना, ऐलनाबाद को चिह्नित किया गया है। जहां ग्रेन स्टोरेज प्लान के तहत गोदाम बनाए जा सकते हैं, ये पैक्स सभी शर्तों को पूरा करती है, लेकिन यहां गोदाम तभी बन पाएंगे जब किसी खरीद एजेंसी से एग्रीमेंट होगा।

एक लाख 28 हजार 57 किसान जुड़े हैं पैक्स से

सहायक रजिस्ट्रार ने बताया कि कृषि व गैर कृषि, दो श्रेणियों में पैक्स के सदस्य बन सकते हैं। पैक्स का कार्य फसली ऋण, किसानों को दवाई, बीज और खाद उपलब्ध करवाने का होता है। यह संस्था किसानों को मदद उपलब्ध करवाती है। उन्होंने बताया कि पूरे जिले में एक लाख 28 हजार 57 पैक्स के सदस्य हैं जो 38 पैक्स के माध्यम से जुड़े हुए हैं।

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(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma

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