जम्मू, 4 अगस्त (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय जाट महासभा, जम्मू और कश्मीर अध्याय ने रविवार को हीरानगर के गांव छन्न खत्रीयान में जागरूकता शिविर का आयोजन किया। शिविर का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और युवाओं को ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) प्रमाण पत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया और महत्व के बारे में शिक्षित करना था। शिविर का आयोजन जाट महासभा के राज्य अध्यक्ष और जम्मू के पूर्व मेयर चौ. मनमोहन सिंह ने किया था।
अपने संबोधन में सिंह ने ओबीसी प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लाभों पर प्रकाश डाला और इस बात पर जोर दिया कि कैसे वे समुदाय के लिए बेहतर शैक्षिक और रोजगार के अवसर प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इन प्रमाण पत्रों को प्राप्त करने से विभिन्न सरकारी योजनाओं, छात्रवृत्तियों और शैक्षणिक संस्थानों और नौकरियों में आरक्षण के द्वार खुल सकते हैं जिससे समुदाय की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को ऊपर उठाने में मदद मिलती है।
उन्होंने प्रतिभागियों से अपने बच्चों की शिक्षा को प्राथमिकता देने का आग्रह करते हुए कहा कि केवल शिक्षा ही हमारे युवाओं के लिए एक समृद्ध भविष्य सुनिश्चित कर सकती है। यह जरूरी है कि हम अपने बच्चों को उच्च शिक्षित बनाने के लिए हर संभव प्रयास करें। भूमि संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने समुदाय के सदस्यों से हर कीमत पर अपनी भूमि की रक्षा करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा हमारी भूमि हमारी विरासत और पहचान है। इसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।
उन्हने आगे युवाओं को बढ़ते नशे के खतरे के खिलाफ सतर्क रहने की भी चेतावनी दी। उन्होंने युवाओं से नशे के रास्ते को छोड़ने और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय रूप से योगदान देने को कहा। वहीं सिंह ने महिलाओं के महत्वपूर्ण योगदान को भी मान्यता दी और कहा कि आज की महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। आपको हमारे समुदाय की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा / बलवान सिंह