
जोधपुर, 29 अप्रैल (Udaipur Kiran) । वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती तीस अप्रैल को मनाई जाएगी। अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त रहेगा। शहर और गांवों में शादियों की धूम रहेगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार सोने-चांदी की चीजों की खरीदारी से खुशियां और धन संपदा बनी रहती है।
इस बार अक्षय तृतीया सर्वार्थ सिद्धि योग में मनेगी, हालांकि पिछले साल तारा अस्त होने की वजह से सावों की धूम नहीं रही थी, लेकिन इस बार शहर सहित गांवों में अबूझ मुहूर्त में अनेक शुभ कार्य होंगे। अक्षय तृतीया की शुरुआत आज शाम 5.31 बजे से होगी और समापन तीस अप्रैल को दोपहर 2.31 बजे होगा। उदयातिथि के अनुसार तीस अप्रैल को तृतीयां और परशुराम जयंती मनाई जाएगी।
अकाल-सुकाल की जानकारी देगा धणी
घांची समाज की सदियों पुरानी अक्षय तृतीया या आखातीज को निभाई जाने वाली धणी परम्परा का इस वर्ष भी निर्वहन किया जाएगा। घांची समाज की सोजतिया बास घांची समाज विकास समिति की ओर से इस बार तीस अप्रेल पर आखातीज को धणी का आयोजन किया जाएगा। समिति के अध्यक्ष गंगाराम सोलंकी ने बताया कि यह अनुष्ठान बाईजी का तालाब घांची समाज बगेची में दोपहर 11 से शाम पांच बजे के बीच किया जाएगा। समिति सचिव कमलेश भाटी ने बताया कि आगामी वर्ष में आने वाले जमाने (समय) में अकाल-सुकाल की क्या परिस्थितियां रहने वाली है, इस पर अनुष्ठान के दौरान मिले संकेतों से निर्णय लिया जाएगा। जिसमें दो बालक पूजा में रहेंगे।
जैन संतों के होंगे प्रवचन
अक्षय तृतीया के दिन लगभग 255 तपस्वी एकांतर तप करने का प्रत्याख्यान ग्रहण करने के साथ सैकड़ों की संख्या में श्रावक-श्राविकाएं व युवक-युवतियां दर्शन वंदन एवं जिनवाणी श्रवण का लाभ लेने के साथ तप और दान का महात्म्य श्रवण करेंगे। कार्यक्रम संयोजक राजेश कर्नावट ने बताया कि वैशाख शुक्ला तृतीया 30 अप्रेल को प्रवचन-चौरडिय़ा भवन, हनुवंत गार्डन के सामने, पावटा बी रोड पर होगा।
(Udaipur Kiran) / सतीश
