

रांची, 14 अप्रैल (Udaipur Kiran) । आजसू पार्टी ने सभी 81 विधानसभा में डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनायी। इस अवसर पर रांची स्थित प्रदेश कार्यालय में बाबा साहब की जयंती पर एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया। आधुनिक भारत में बाबा साहब के विचारों की प्रासंगिकता विषय पर संगोष्ठी में सामाजिक न्याय और संवैधानिक अधिकारों पर विचार विमर्श किया गया।
पार्टी के बुद्धिजीवी कार्यकर्ता , विद्यार्थी एवं सामाजिक कार्यकर्ता ने अपने-अपने विचार रखें। झारखंड प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री सह आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो विभिन्न स्थानों पर आयोजित जयंती समारोह में शिरकत करते हुए डॉ. भीमराव अंबेडकर को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। उन्होंने सिल्ली स्थित अंबेडकर पार्क में श्रद्धेय बाबा साहेब की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी ।
मौके पर सुदेश महतो ने कहा कि भारतीय संविधान के शिल्पकार, आधुनिक भारत के निर्माता, महान समाज सुधारक, सामाजिक समानता के प्रबल पक्षधर, भारत रत्न बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर से हमें समानता के प्रति प्रतिबद्धता सीखनी चाहिए। वे न सिर्फ दलित, पिछड़े जाति के नेता थे, बल्कि उनकी सोच में समानता की दृष्टि थी। इतना ही नहीं बाबासाहेब ने महिलाओं को समाज में बराबरी का अधिकार दिलाने के लिए भी लड़ाई लड़ी। महतो ने आगे कहा कि बाबा साहेब समाज की प्रगति यह देखकर आकलन करते थे कि उस समाज में महिलाओं की स्थिति कैसी है। इसके अलावा वह श्रमिकों के हक के लिए भी लड़े। वह श्रम सुधारों के भी नायक थे। सभी वर्ग और धर्मों में भी उनकी समानता की दृष्टि थी।
प्रदेश कार्यालय में आयोजित जयंती समारोह सह संगोष्ठी को संबोधित करते हुए पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत ने कहा कि बाबा साहब न केवल दलितों के मसीहा थे ,बल्कि वे पूरे भारत के पुनर्निर्माता रहे। उनकी विचारधारा आज भी हमें प्रेरणा देती है।
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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे
