CRIME

अजयराज हत्याकांड मामला, गवाहों की जान को बताया खतरा, मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग

चित्तौड़गढ़ में गत दिनों बजरी विवाद में हुई हत्या का मामले में ग्रामीणों का प्रदर्शन।

चित्तौड़गढ़, 18 जून (Udaipur Kiran) । शहर के निकट गत एक जून को सेमलपुरा के समीप कोटा-उदयपुर हाईवे स्थित होटल पर खाना खा रहे युवक अजयराज सिंह की हत्या का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में जहां पुलिस ने तीन नामजद अभियुक्तों सहित कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं इस मामले को लेकर सर्व समाज की ओर से मुख्य आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग करते हुए 5 दिन का अल्टीमेटम दिया है। वहीं इस मामले में गवाहों की जान को भी खतरा बताया है।

उल्लेखनीय है कि अजयराज सिंह की गत दिनों खाना खाते समय गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में सर्व समाज के लोग एकत्रित हुवे जुलूस निकाला। बाद में कलेक्ट्रेट चौराहे चौराहे पर मानव श्रृंखला बना कर प्रदर्शन किया। बाद में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर अल्टीमेटम दिया है। ज्ञापन में बताया कि गत 01 जून को योजनाबद्ध तरीके से 15-20 लोगों ने अजयराज सिंह की बेरहमी से हत्या कर दी। इनमें से 13 लोग नामदज होकर अपराधी है। ज्ञापन में बताया कि घटनास्थल पर गाड़ियों को जला दिया और पुलिस ने गोलियों के खोल तक बरामद किए थे। कोतवाली थाने में दर्ज इस मामले के संबंध में मृतक के पिता शिवसिंह ने बताया कि वह स्वयं पुलिस विभाग से सेवानिवृत हुए है। उन्होंने कहा कि उनकी फरियाद सुन कर आवश्यक कार्यवाही होनी चाहिए और पूरे मामले की जांच सीआईडी सीबी अथवा उच्च अधिकारी से निष्पक्ष रूप से कराई जाए। वहीं मृतक के परिवार को सुरक्षा मुहैया करवा कर केस ऑफिसर नियुक्त कर न्यायालय में पैरवी सुनिश्चित की जाए।

ज्ञापन में बताया कि प्रदेश में पनप रहे बजरी माफिया गिरोह द्वारा यह घटना की गई है और हमले को अंजाम देने में हिस्ट्रीशीटर अभियुक्त भी सम्मिलित है। इस घटना में 7 गाड़ियां उपयोग में ली गई और बजरी माफियाओं को कुछ लोग पनपा रहे है और महंगी गाड़ियां उपलब्ध कराई जा रही है। ज्ञापन में आरोप लगाया कि इस अपराध में शामिल लोग गंगरार, कपासन, चंदेरिया और अन्य थानों में नामदज अपराधी हैं जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। यही कारण है कि प्रभावशाली नेताओं की पहुंच के कारण उन्हें पनाह मिली हुई है।

ज्ञापन में मृतक के पिता शिवसिंह ने कहा कि इस घटनाक्रम के दौरान मौजूद ओंकार शर्मा, गजेन्द्र सिंह चौहान और शैलेन्द्र सिंह शेखावत चश्मदीद गवाह है, जिन्हें भी जान का खतरा है। उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग करते हुए बताया कि हत्या में लिप्त अपराधी उनके साथ ही गंभीर घटना कर सकते है। इसलिए उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए।

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(Udaipur Kiran) / अखिल

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