– सहस्त्रधारा से जोशीमठ पहुंची एसडीआरएफ की हाई एल्टीट्यूड टीम
– आवश्यक उपकरण और सामग्री के साथ एक बैकअप टीम भी पहुंची
देहरादून, 05 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड के चमोली जनपद के चौखंभा-तीन पर्वत की 6015 मीटर ऊंचाई पर फंसे विदेशी पर्वतारोहियों को बचाने के लिए अब एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम पैदल रेस्क्यू कर रही है। एसडीआरएफ सेनानायक अर्पण यदुवंशी ने शनिवार को एसडीआरएफ की हाई एल्टीट्यूड टीम को सहस्त्रधारा से हेली से जोशीमठ के लिए रवाना किया है। लापता विदेशी पर्वतरोहियों की खोजबीन करेंगे।
चौखंभा-तीन पर्वत पर दोनों पर्वतारोही 11 सितंबर से 18 अक्टूबर तक फतह करने वाले थे लेकिन बीच में कुछ कमियों की वजह से रास्ते में फंस गए और अब उनकी खोज की जा रही है। पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि माउंट चौखंभा-तीन पर विदेशी पर्वतारोहियों के रेस्क्यू के लिए हाई एल्टीट्यूड टीम रवाना की गई है। चार एसडीआरएफ जवानों की टीम एडवांस बेस कैंप पहुंच चुकी है, जो जल्द रेस्क्यू शुरू करेगी। सेटेलाइट फोन के माध्यम से एसडीआरएफ टीम से संपर्क हुआ है और टीम ने अपनी सुरक्षित स्थिति की जानकारी दी है। एक बैकअप टीम भी जोशीमठ पहुंच चुकी है, जो जरूरत पड़ने पर रेस्क्यू में सहयोग करेगी।
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि सभी टीमों को सुरक्षित एवं त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन के निर्देश दिए गए हैं। एसडीआरएफ टीम को उच्च ऊंचाई वाले उपकरण, सेटेलाइट फोन और प्राथमिक चिकित्सा सामग्री के साथ रवाना किया गया है, ताकि सभी आपातकालीन परिस्थितियों का सामना किया जा सके।
वायुसेना के दो हेलीकाप्टरों ने की रैकी, नहीं मिली सफलता
जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को बदरीनाथ धाम से वायुसेना के दो हेलीकाप्टरों ने घटनास्थल की रैकी की लेकिन संभावित क्षेत्रों में किसी भी व्यक्ति की सक्रियता रेस्क्यू टीम को नहीं दिखी। इससे जिला प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। लापता पर्वतारोही को ढूंढने के लिए अब पैदल मार्ग से एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम रेस्क्यू में जुटी हुई है।
18 अक्टूबर तक फतह करने वाले थे पर्वतारोही, बीच रास्ते में फंसे
दरअसल, जनपद चमोली के चौखंभा-तीन पर्वत की 7974 मीटर ऊंचाई पर पर्वतारोहण के लिए विदेशी महिला पर्वतारोही अमेरिका निवासी मिशेल थैरेसा व ब्रिटेन निवासी थैजैन मेनर्स इंडियन माउंटनेयरिंग फाउंडेशन के रंजन शर्मा के नेतृत्व में एक कुक व एक पोर्टर गए थे। उन्हें 11 सितंबर से 18 अक्टूबर तक यह अभियान पूरा करना था। गत 18 सितंबर को पांच सदस्यीय यह दल माणा बदरीनाथ से अभियान के लिए रवाना हुआ था। अभियान दल में शामिल महिला पर्वतारोही बर्फ से ढंकी चौखंभा-तीन पर्वत पर एलपाइन स्टाइल क्लाइमिंग अभियान पर थी। इस दौरान उनका बैग खाई में गिर गई। बैग में खाने के सामान सहित क्लाइमिंग के लिए काम आने वाले उपकरण भी थे।
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(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण