
नई दिल्ली, 10 जनवरी (Udaipur Kiran) । विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार ने हिन्दी भाषा में लिखी गई 13 पुस्तकों का विमोचन किया। यह पुस्तकें तकनीकी और प्रबंधन विषयों पर पांडुलिपियों के प्रकाशन के लिए वित्तीय सहायता योजना के तहत प्रकाशित हुई हैं।
इस मौके पर प्रो. राजीव कुमार ने तकनीकी और प्रबंधन शिक्षा को हिंदी भाषी पाठकों के लिए और अधिक सुलभ बनाने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने इन विषयों पर हिंदी में पुस्तकें प्रकाशित करने की पहल की सराहना की और इसे समावेशी शिक्षा में एक मील का पत्थर बताया। उन्होंने उच्च शिक्षा में भाषाई समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. टीजी सीताराम के प्रयासों की भी प्रशंसा की।
प्रो. कुमार ने कहा कि ये पुस्तकें केवल संकाय सदस्यों और छात्रों तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि ये सभी के लिए ज्ञान प्राप्त करने का संसाधन हैं। इन 13 पुस्तकों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण अध्ययन, चित्रकला, कला और भारतीय मूल्यों से प्रेरित नीतियों सहित विविध विषयों को शामिल किया गया है। यह पहल शिक्षा में भारतीय भाषाओं और सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देने के लिए एआईसीटीई की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
कार्यक्रम में लेखकों ने संक्षेप में अपनी पुस्तक का परिचय दिया और इनके प्रकाशन के लिए एआईसीटीई व हरियाणा ग्रंथ अकादमी, पंचकूला के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस पहल को हिंदी भाषी व्यक्तियों को उनकी मूल भाषा में उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक संसाधन प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
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(Udaipur Kiran) / सुशील कुमार
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