
मुरादाबाद, 21 मई (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी मुरादाबाद जिला एवं महानगर के संयुक्त तत्वावधान में अहिल्याबाई होलकर की त्रिशताबदी स्मृति जयंती के उपलक्ष्य में बुद्धि विहार पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसोदिया ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई ने बिना युद्ध के प्रशासनिक क्षमता, न्याय व्यवस्था और परोपकारी कार्यों से शासन चलाया। साथ ही हर धर्म, जाति और समुदाय के साथ समान न्याय और सम्मान का व्यवहार किया।
क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसोदिया ने कहा कि महारानी अहिल्याबाई होलकर का जन्म 31 मई 1725 में महाराष्ट्र के अहमदनगर स्थित चैंडी गांव में हुआ था। उनके पिता मनोकजी शिंदे ग्राम पटेल थे। अहिल्याबाई धनगर समुदाय से ताल्लुक रखती थीं। जिस दौर में स्त्रियों को घर की चारदीवारी में रखा जाता है, उस समय अहिल्याबाई को पढ़ने लिखने का अवसर मिला तो असाधारण था। एक किसान परिवार में जन्मी बालिका अहिल्याबाई को जब मालवा के शासक मल्हार राव होलकर ने देखा तो उन्हें अपने पुत्र खांडेराव होलकर की बहू के रूप में चुन लिया।
क्षेत्रीय अध्यक्ष ने आगे कहा कि अहिल्याबाई की शादी 8 साल की उम्र में खांडेराव होलकर से हुई। लेकिन अहिल्या पर दुखों का पहाड़ तब टूटा जब 1754 में उनके पति खांडेराव की मृत्यु हो गई और बाद में 1766 में मालवा के शासक और अहिल्या के ससुर मल्हार राव होलकर भी चल बसे। इतना ही नहीं उन्होंने अपने पुत्र मालेराव काे भी शीघ्र ही खो दिया। जब मालवा की गद्दी बिना शासक के थी, तब अहिल्याबाई ने शासन की बागडोर अपने हाथों में ली। अहिल्याबाई ने 1767 से 1795 तक मालवा राज्य की बागडोर संभाली। राजगद्दी संभालते हुए महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने आसपास के राज्यों में यह सूचना पहुंचा दी। उनके सेनापति और पेशवा बाजीराव ने उनकी सहायता की। अपने शासन काल में उन्होंने इंदौर को एक व्यवस्थित और सुंदर नगर में परिवर्तित किया।
इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष आकाश पाल, महानगर अध्यक्ष गिरीश भंडूला, नगर विधायक रितेश गुप्ता, महापौर विनोद अग्रवाल, क्षेत्रीय मीडिया सह प्रभारी निमित्त, महानगर मीडिया प्रभारी राजीव गुप्ता, जिला मीडिया प्रभारी संजय ढाका आदि रहे।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
