Uttar Pradesh

सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण बनाए रखने मेंअहिल्याबाई होल्कर का योगदान

अहिल्या बाई होल्कर पर कार्यक्रम

बलिया, 28 मई (Udaipur Kiran) । अहिल्याबाई होल्कर के जन्म त्रिशताब्दी अवसर पर बुधवार को गंगा बहुद्देशीय सभागार में पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि एमएलसी धर्मेन्द्र सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा व मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने दीप जलाकर सम्मेलन का शुभारम्भ किया।

मुख्य अतिथि एमएलसी धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर को मालवा राज्य की पूर्व रानी के रूप में जाना जाता है। अहिल्याबाई होल्कर मराठा साम्राज्य की प्रसिद्ध महारानी तथा इतिहास प्रसिद्ध सुबेदार मल्हार राव होल्कर के पुत्र खण्डेराव की धर्मपत्नी थीं। वे अपने समय की बहुत बड़ी समाजसेवी थीं। इन्होंने धर्म, शिक्षा और सामाजिक कल्याण के लिए महत्वपूर्ण कार्य किये। अपने राज्य में इन्होंने न्याय और सुशासन कायम रखा, भ्रष्टाचार पर रोक लगायी और कानून व्यवस्था बनाये रखा। इन्होंने अपनी सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए 250 से अधिक मन्दिरों का निर्माण कराया। सार्वजनिक रूप से जनसमस्याओं का निस्तारण की अवधारणा लागू की।

धर्मेंद्र सिंह ने सम्मेलन में उपस्थित जनप्रतिनिधियों को विशेष कर महिला प्रतिनिधियों को अहिल्याबाई होलकर से प्रेरणा लेकर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा व सुरेन्द्र सिंह आदि थे। मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने आभार व्यक्त किया।

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(Udaipur Kiran) / नीतू तिवारी

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