
झुंझुनू, 17 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । राजस्थान में झुंझुनू जिले के किसानों के लिए राहत की खबर है। पहली बार जिला मुख्यालय पर फसलों व बगीचों के लिए एग्रो क्लिनिक का निर्माण होगा। कृषि विभाग ने शुरूआती चरण में 20 जिलों में बनाए जाने वाले एग्रो क्लिनिक के लिए जगह का चयन करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। आमतौर पर फसलों में होने वाले रोग कीट के कारण अक्सर किसानों को नुकसान हो जाता है। फिलहाल यह सुविधा केवल जयपुर और जोधपुर जिले में ही उपलब्ध है। जिला मुख्यालय पर यह सुविधा शुरू किए जाने से यहां के हजारों किसान फसलों में होने वाले संक्रमण व कीट रोगों की समय पर जांच करवा सकेंगे।
प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालयों में विषय विशेषज्ञों की सुविधा है। लेकिन जिला स्तर पर किसानों को इनकी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसे में अधिकांश अंधाधुंध उर्वरक व कीटनाशकों का प्रयोग करते हैं। जिससे किसान को फायदा होने के साथ आमजन की सेहत को नुकसान होने लगता है। ऐसे में कृषि आयुक्तालय ने जिला स्तर पर विशेषज्ञों की सुविधा पहुंचाने के लिए एग्री क्लिनिक खोलने की कवायद शुरू की है। इसके लिए पौध व्याधि और कृषि अनुसंधान अधिकारी कीट के पद स्वीकृत कर दिए गए हैं।
एग्रो क्लिनिक पर करीब 11 लाख रुपये की लागत आएगी। क्लिनिक में विशेषज्ञ स्टाफ भी लगाया जाएगा. सबकुछ ठीक रहा तो इस वित्तीय वर्ष में किसानों को यह जांच सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। कृषि विभाग की ओर से दूसरे चरण इस सुविधा से वंचित रहने वाले जिलों में यह जांच सुविधा शुरू की जाएगी। झुंझुनू के अलावा चूरू, सीकर, जयपुर, अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, धौलपुर, दौसा, टोंक, बीकानेर, पाली, उदयपुर, हनुमानगढ़, भरतपुर, सवाईमाधोपुर, करौली, जोधपुर, कोटा और श्रीगंगानगर जिले में भी एग्रो क्लिनिक खोले जाएंगे।
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(Udaipur Kiran) / रमेश
