
अलवर, 20 मार्च (Udaipur Kiran) । राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने भू-माफिया के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को ‘हेल्पलेस’ करार दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारी दबाव में हैं, जिस कारण वे अवैध कब्जों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने मंदिर की जमीनों पर कब्जे को ‘कुकर्म’ की संज्ञा दी और स्पष्ट किया कि गलत काम करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
गुरुवार दोपहर किरोड़ी मीणा अलवर यूआईटी (शहरी सुधार न्यास) सचिव स्नेहल नाना के चैंबर में पहुंचे। वहां सचिव अनुपस्थित थीं, जिसके बाद उन्होंने अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर अवैध कब्जों को लेकर जानकारी ली। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि बैठक में पता चला कि अधिकारी चाहकर भी पूरी तरह कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं, हालांकि, वे प्रयास कर रहे हैं।
किरोड़ी मीणा ने कहा कि भू-माफिया कई जगहों पर बेखौफ कब्जा जमाए बैठे हैं, लेकिन अब डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे जनता के साथ खड़े हैं और अतिक्रमण हटाने के लिए हरसंभव कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से सरकारी जमीनों पर हुए कब्जों की जानकारी मांगी और पूछा कि किन इलाकों में अतिक्रमण के मामले दबाए गए हैं।
मंत्री ने खासतौर पर बड़े बिल्डरों द्वारा किए गए अवैध कब्जों की जानकारी ली। उन्होंने खुद की ओर से भेजी गई शिकायतों पर हुई कार्रवाई की समीक्षा भी की। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही अलवर यूआईटी ने केसरपुर इलाके में करीब 25 बीघा सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया था, जिसकी शिकायत खुद किरोड़ी मीणा ने की थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि चाहे कोई कितना भी बड़ा प्रभावशाली व्यक्ति हो, अगर उसने नियमों का उल्लंघन किया है, तो उस पर कार्रवाई होगी। मुख्य सचिव को भी इस संबंध में शिकायत भेजी जा चुकी है। बैठक के बाद किरोड़ी मीणा सिलीसेढ़ क्षेत्र के वेटलैंड में बने होटलों और अन्य अवैध कब्जों का निरीक्षण करने पहुंचे।
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(Udaipur Kiran) / अखिल
