
शैक्षणिक एवं अनुसंधान को बढ़ावा देंगे दोनों विश्वविद्यालयहिसार, 30 मई (Udaipur Kiran) । हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एवं हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय, महेंद्रगढ़ के मध्य एक समझौता ज्ञापन शैक्षणिक एवं अनुसंधान) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह समझौता दोनों संस्थाओं के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान के क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने शुक्रवार को कहा कि यह समझौता प्रदेश और देश के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और नवाचार आधारित शोध में सहयोग प्रदान करेगा। यह सहभागिता हरियाणा राज्य के शिक्षा एवं अनुसंधान परिदृश्य को और अधिक सुदृढ़ बनाएगी तथा छात्रों और शोधार्थियों के लिए नए अवसरों के द्वारा खोलेगी। उन्होंने बताया कि दोनों विश्वविद्यालय समझौते के अंतर्गत सांझा अनुसंधान परियोजनाओं, छात्र एवं फैकल्टी आदान-प्रदान, संयुक्त कार्य शालाओं, सेमिनारों और प्रशिक्षण कार्यक्रमो का आयोजन करेंगे। साथ ही दोनों संस्थान कृषि, पर्यावरणीय विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, सामाजिक विज्ञान एवं अन्य संबंधित क्षेत्र में परस्पर सहयोग से अनुसंधान को गति देंगे। यह समझौता विद्यार्थियों, शोधार्थियों और कृषि समुदाय के लिए लाभदायक साबित होगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा और कृषि क्षेत्र में किए जाने वाले शोध कार्यों एवं तकनीक को गति प्रदान करने समझौते किए जा रहे हैं ताकि हमारे विद्यार्थी ओर किसान प्रगति के पथ पर आगे बढ़ सके। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि यह समझौता एक दूरदर्शी शैक्षणिक साझेदारी का प्रतीक है। उन्होंने इस इस पहल को शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा देने वाला बताया।समझौता ज्ञापन पर हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की तरफ से मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ. रमेश कुमार व स्नातकोत्तर महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. केडी शर्मा तथा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ की ओर से विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार व निदेशक आईक्यूएसी प्रो. सुरेंद्र सिंह ने हस्ताक्षर किए।इस अवसर ओएसडी डॉ अतुल ढींगड़ा, कुलसचिव डॉ. पवन कुमार, मीडिया एडवाइजर डॉ. संदीप आर्य, डॉ. अनुराग, डॉ. रेणू मुंजाल, डॉ. योगेश जिंदल व डॉ. जितेंद्र भाटिया उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
