Chhattisgarh

सालों बाद ग्राम लोहरसी में जात्रा महोत्सव मना, ग्रामीणों का दिखा उत्साह

जात्रा स्थल में पूजा-अर्चना करते हुए ग्रामीण।

धमतरी, 12 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पिछले 28 सालों से गांव में बंद जात्रा-मेला मनाने की पंरपरा को ग्रामीणों ने गांव की सुख-समृद्धि व शांति के लिए मिल-बैठकर पुन: शुरुआत की। राजा बावा, रानी समेत अन्य देवी-देवताओं की पूजा कर ग्रामीणों ने सुख समृद्धि की कामना की। सालों बाद शुरू हुई इस मेला को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह था। जात्रा मेला को देखने के लिए ग्रामीणों के साथ आसपास गांवों के ग्रामीण बड़ी संख्या में शामिल हुए। साथ ही इसमें शामिल होने के लिए दूर-दराज में रहने वाले स्वजन भी ग्रामीणों के घर पहुंचे। मिल-जुलकर ग्रामीणों ने इस जात्रा-मेला को उत्साह से मनाया।

जिला मुख्यालय धमतरी से लगे ग्राम पंचायत लोहरसी में परंपरा व पूर्वजों के बताए अनुसार यहां चैत्र महीने में शनिवार के दिन जात्रा-मेला का आयोजन पहले हो रहा था, लेकिन किसी कारण के चलते ग्रामीणों ने इस जात्रा-मेला को नहीं मना रहे थे, लेकिन गांव की सुख-समृद्धि व शांति के लिए पूरा गांव एकजुट होकर पुन: 28 सालों बाद जात्रा-मेला मनाने का निर्णय लिया और 12 अप्रैल शनिवार को ग्रामीणों ने जात्रा-मेला मनाया। 11 अप्रैल की रात्रि में बैगाओं व ग्रामीणों ने राजा बावा समेत अन्य देवी-देवताओं को जात्रा चौक में स्थित पूजा स्थल में विराजित किया। सुबह होते ही शनिवार को पूजा-अर्चना व दर्शन के लिए ग्रामीण पहुंचने लगे। दोपहर बाद पारंपरिक बाजा और डांग के साथ बैगा बिरेन्द्र पूजा स्थल पहुंचे। विशेष पूजा कर बेगा गांव की सुख, शान्ति की कामना की। इस जात्रा मेला में सुबह से ही विभिन्न प्रकार के मिष्ठान के अलावा चाट, गुपचुप अन्य दुकानें लगी हुई थी। यहां शाम होते ही खरीदारी करने लोगों का आना शुरू हो गया।

बच्चों ने झूले का खूब आनंद लिया। इस मेले का मुजगहन, खरतुली, परसतराई,पोटियाडिह समेत आसपास गांवों के लोगों ने भी लुत्फ उठाया। मेला में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी। ग्रामीण गोकर्ण निर्मलकर, संतोष साहू ने बताया कि 28 साल पहले हर साल गांव में जात्रा मनाया जाता था। कुछ कारणों के चलते जात्रा मनाने का सिलसिला बंद हो गया था। अब फिर से गांव के बैगा के कहने पर ग्रामवासियों के सहयोग से जात्रा मनाया जा रहा है। खोरबाहरा राम साहू ने बताया कि जात्रा चैत्र महीने में शनिवार के दिन मनाया जाता है। इस दिन राजा बावा रानी समेत अन्य देवी देवताओं की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन ग्रामीण पूजा पाठ कर मन्नतें मांगते हैं। हिमांशु निर्मलकर, गोलू साहू, भोज, रोशन यादव, डिगेशवर, पवन साहू, रामकृष्ण समेत अन्य युवाओं का कहना है कि हर साल गांव में जात्रा मनाने की परंपरा को बनाए रखना चाहिए। मेला के माध्यम से लोगों को एक दूसरे से मिलने का मौका भी मिलता है। जात्ररा स्थल पर पूजा-अर्चना के दौरान ग्राम विकास समित के अध्यक्ष हरीनाथ सिन्हा, सरपंच माहेश्वरी गजेन्द्र, उपसरपंच चंद्रहास साहू, देवकरण गजेन्द्र, ओंकार निर्मलकर, भीम सोनकर, दीपक सोनकर, कौशल साहू, कमलनारायण सिन्हा, ललित यादव, बैगा बीरेन्द्र धु्रव, मिलेन्द्र कुमार नेताम, नरेश उइके, भीम नेताम समेत ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

Most Popular

To Top