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भारत-पाकिस्तान तनाव के चलते दो सप्ताह बाद पंजाब के किसानाें ने फेंसिंग पार खेताें में किया काम

बीएसएफ की निगरानी में किसानाें ने समेटी अपनी फसल

चंडीगढ़, 20 मई (Udaipur Kiran) । भारत व अफगानिस्तान के बीच वाया पाकिस्तान वाहनों का दोबारा आवागमन शुरू होने के बाद बीएसएफ ने सीमावर्ती जिलों के किसानों को सीमा पार जाकर खेती करने की मंजूरी दे दी है। मंगलवार काे किसानों ने बीएसएफ के जवानों के साथ फेंसिंग पार जाकर गेहूं कटाई की और भूसा एकत्र किया।

दरअसल, पंजाब में फाजिल्का, फिरोजपुर, तरनतारन, अमृतसर, गुरदासपुर और पठानकोट जिलों में 2500 से 3500 एकड़ जमीन ऐसी है, जो तारबंदी इलाके में है। यहां किसान बीएसएफ किसान फोर्स की देखरेख में तारों के पार जाकर अपने खेतों में काम करते हैं। मंगलवार

काे बीएसएफ को जिन क्षेत्रों में हालात सामान्य लगे, वहां किसानों को अपनी फसल संभालने के लिए बॉर्डर पार जाने की अनुमति दी। किसानों ने बीएसएफ के जवानों की देखरेख में फेंसिंग पार जाकर गेहूं कटाई के बाद भूसा एकत्र किया।

बीएसएफ सूत्रों के अनुसार किसानों को उनके वैध अधिकारों के तहत उनकी जमीन पर खेती करने की सुविधा देने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है। फेंसिंग के पार खेती के लिए विशेष सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए गए हैं, ताकि किसान सुरक्षित तरीके से कृषि कार्य कर सकें। इन किसानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ किसान फोर्स के जवान उठा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि भारत-पाकिस्तान तनाव के चलते सेना की तरफ से किसानों को अपनी फसल समेटने के लिए केवल दो दिन का समय दिया गया था। उस समय बहुत से किसानों की गेहूं की फसल कट चुकी थी, लेकिन वह उठा नहीं पाए थे। कई किसानों के खेत में भूसा रह गया था। अब हालात सामान्य होने के बाद किसानों को अपनी फसल समेटने तथा अगली फसल की तैयारी का मौका मिलेगा। पंजाब में धान रोपित करने का काम 15 मई से शुरू हो चुका है। जिसके बाद अब किसान जल्द ही तारों के पार भी धान लगा सकते हैं।

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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