कोलकाता, 09 नवंबर (Udaipur Kiran) । कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों ने एक बार फिर न्याय की मांग के साथ सड़क पर उतरने का फैसला लिया है। तीन महीने पहले आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के एक चिकित्सक की मौत के मामले में अब तक कोई निर्णायक कार्रवाई न होने के चलते डॉक्टरों में आक्रोश है। इस मामले में दोषियों को सजा दिलाने और निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर आज कॉलेज स्क्वायर से धर्मतला तक रैली निकाली गई।
इस रैली में हाथों में संविधान और प्लेकार्ड्स लिए डॉक्टरों के साथ-साथ आम लोग भी शामिल हुए। उनके प्लेकार्ड्स पर ‘न्याय चाहिए’ और ‘सीबीआई जांच ठीक से होनी चाहिए’ जैसे नारे लिखे थे। कई लोगों ने सवाल उठाए कि तीन महीने बाद भी इस मामले में कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया गया है।
जूनियर डॉक्टरों की इस रैली में उन चिकित्सकों ने भी हिस्सा लिया, जिन्होंने इसी मामले में न्याय की मांग को लेकर पहले भी धर्मतला और उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में अनशन किया था। उनका कहना है कि जब तक उनकी 10 सूत्री मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
आर.जी. कर अस्पताल में ‘द्रोह की गैलरी’ नामक एक विशेष प्रदर्शनी भी आयोजित की गई है, जिसमें आंदोलन से जुड़े पोस्टर, बैनर, तस्वीरें और कविताएं प्रदर्शित की जा रही हैं। जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के सदस्य इसे एक प्रतिरोध की गैलरी बता रहे हैं, जिसका उद्देश्य आंदोलन के विभिन्न क्षणों को लोगों के सामने लाना और मामले की गंभीरता को उजागर करना है। इस गैलरी में उस चार मंजिला इमारत का जिक्र भी किया गया है, जहां से नौ अगस्त को चिकित्सक का शव बरामद हुआ था और आरोप लगा था कि उस दौरान वहां तोड़फोड़ भी की गई थी।
फ्रंट के सदस्यों ने कहा है कि आज की रैली का मुख्य उद्देश्य इस मामले की जांच प्रक्रिया को तेजी से पूरा कराना है ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके। रैली में मुख्य रूप से सीबीआई के खिलाफ लापरवाही और मामले की जांच में कोताही बरतने का आरोप लगाए गए हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर