इटानगर, 20 मार्च (Udaipur Kiran) । अरुणाचल
प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले के मिथुन पालक किसानों की
सराहना की है, जिन्होंने विश्व की पहली मिथुन छुरपी का सफलतापूर्वक उत्पादन किया है।
प्रगतिशील
किसान और जोमलो मोंकु मिथुन किसान संघ के सदस्य तडांग तमुत ने नगालैंड के मेडजीफेमा
में राष्ट्रीय मिथुन अनुसंधान केंद्र (एनआरसीएम) के सहयोग से यह अभिनव डेयरी
उत्पाद विकसित किया है। इस अनूठे उत्पाद को हाल ही में कैई पान्योर जिले के डेम गांव
में मिथुन मेला-सह-प्रौद्योगिकी इंजेक्शन कार्यक्रम में केंद्र स्तर पर प्रदर्शन
किया गया था, जो
मिथुन-आधारित डेयरी नवाचार में एक महत्वपूर्ण छलांग है।
मुख्यमंत्री
खांडू ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कहा कि यह अरुणाचल के डेयरी नवाचार में
एक क्रांतिकारी कदम है।
छुरपी
पारंपरिक रूप से याक या गाय के दूध से बनाई जाती है। उल्लेखनीय है कि अरुणाचल की
याक छुरपी को पहले ही भौगोलिक संकेत (जीआई) उत्पाद के रूप में मान्यता मिल चुकी है
और मिथुन के दुध से बनी मिथुन छुरपी की भी राज्य में अब शुरुआत हो रही है जो कि एक
नया आयाम जुड़ गया है, जिससे मिथुन किसानों के लिए मूल्य संवर्धन और आर्थिक अवसरों
को बढ़ावा मिलेगा।
(Udaipur Kiran) / तागू निन्गी
