
जयपुर, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) । संविधान बचाओ रैली और संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा के लिए सोमवार को जयपुर आए कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक ओर जहां प्रदेश कांग्रेस के कामकाज की तारीफ की, तो वहीं संगठनात्मक नियुक्तियां अभी तक भी पूरी नहीं होने को लेकर नाराजगी भी जाहिर की। खड़गे ने जिलाध्यक्षों और प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में जिलों के प्रभारी, जिलाध्यक्षों से पूछा कि ग्रास रूट पर संगठन में कितना काम हुआ है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को भी अल्टीमेटम देकर 30 जून की डेडलाइन तय की है और तय तारीख तक बूथ, मंडल, ब्लॉक, जिला और विभिन्न विभाग प्रकोष्ठों में तमाम रिक्त पदों को भरकर संपूर्ण कार्यकारिणी की सूची मोबाइल नंबर के साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को भेजनी होगी।
इस मामले में प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय सचिव ताराचंद सैनी का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से संगठनात्मक नियुक्तियों को भरने की डेडलाइन 30 जून तय की गई है।राजस्थान कांग्रेस में हमने अधिकांश नियुक्तियां कर दी हैं। शेष बची नियुक्तियां भी जल्द कर दी जाएंगी। इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस ने पहले से ही कवायद शुरू कर रखी है। तमाम जिलों के प्रभारी और पर्यवेक्षकों को प्रभार वाले जिलों में लगा रखा है। कई दौर की बैठकों के बाद पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट हाल ही में प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को भी सौंपी है।
52000 बूथों पर भी होनी है नियुक्तियां
प्रदेश कांग्रेस में ग्रास रूट पर 52 हजार बूथों पर भी टीमों का गठन होना है। प्रत्येक टीम में 10-10 कार्यकर्ताओं की नियुक्ति होगी। इसे लेकर भी संगठन में लगातार बूथ लेवल तक के सक्रिय कार्यकर्ताओं को लेने का प्रक्रिया चल रही है। प्रदेश कांग्रेस की ओर से संगठन के लिहाज से घोषित किए गए नए आठ जिलों में भी जिला अध्यक्षों की नियुक्ति होनी है। इनमें जयपुर ग्रामीण पूर्व, जयपुर ग्रामीण पश्चिम, कोटपूतली-बहरोड़, तिजारा-खैरथल, डीग, भीलवाड़ा ग्रामीण, सलूंबर जैसे नए जिलों में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति होनी है।
एक दर्जन से ज्यादा विभाग-प्रकोष्ठ भी साढ़े चार साल से भंग
राजस्थान कांग्रेस के एक दर्जन से ज्यादा विभाग प्रकोष्ठ भी साढ़े चार साल से भंग हैं। जुलाई 2020 में तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सचिन पायलट की बगावत के बाद पार्टी हाइकमान ने राजस्थान कांग्रेस की संपूर्ण इकाई को भंग कर दिया था। हालांकि बाद में जिलाध्यक्षों और प्रदेश कार्यकारिणी की तो नियुक्ति कर दी गई, लेकिन अधिकांश विभाग प्रकोष्ठ अभी भी भंग चल रहे हैं। इनमें प्रमुख तौर पर कच्ची बस्ती प्रकोष्ठ, अभाव अभियोग प्रकोष्ठ, निशक्तजन प्रकोष्ठ, खेलकूद प्रकोष्ठ, पर्यावरण प्रकोष्ठ, किसान कांग्रेस, अल्पसंख्यक विभाग और एससी एसटी विभाग हैं।
यह है कांग्रेस का संगठनात्मक ढांचा
प्रदेश कांग्रेस में 52000 बूथ, 400 ब्लॉक, 2200 मंडल, 50 जिले और 20 से ज्यादा विभाग प्रकोष्ठ हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने साल 2025 को संगठन के लिए समर्पित किया है और पूरे देश में संगठन को मजबूत करने के निर्देश सभी प्रदेश इकाइयों को दिए गए हैं।
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(Udaipur Kiran) / राजेश
