
कोलकाता, 18 फरवरी (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ मंगलवार को विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया गया। कृषि और संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेब चटर्जी ने विधानसभा में यह प्रस्ताव पेश करते हुए आरोप लगाया कि अधिकारी ने सदन में अशोभनीय व्यवहार किया और मीडिया को अपने निलंबन को लेकर भ्रामक जानकारी दी।
इससे पहले सोमवार को अधिकारी को एक महीने के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया गया था। इस कार्रवाई के विरोध में भाजपा विधायकों ने विधानसभा कक्ष की सीढ़ियों पर प्रदर्शन किया।
विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और शुभेंदु अधिकारी को नोटिस जारी किया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अधिकारी ने कहा कि ये डर अच्छा लगा। उन्होंने आगे कहा कि 2021 के बाद यह पांचवीं बार है जब उन्हें विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया गया है और चार बार उन्हें निलंबित किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि सरकार चाहे जितने भी नोटिस भेजे, लेकिन वे मुझे सच बोलने से नहीं रोक सकते।
मंत्री शोभनदेब चटर्जी ने कहा कि शुभेंदु अधिकारी को उनके अनुशासनहीन व्यवहार के कारण निलंबित किया गया, जिसमें उन्होंने अध्यक्ष की कुर्सी की ओर कागज फेंकना भी शामिल था।लेकिन बाद में उन्होंने मीडिया को बताया कि उन्हें हिंदुओं के हित में बोलने के कारण निलंबित किया गया, जो पूरी तरह गलत और भ्रामक बयान है। ऐसे बयानों की निंदा की जानी चाहिए।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
