हुगली, 20 दिसंबर (Udaipur Kiran) ।राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हस्तक्षेप के बाद शुक्रवार को हुगली-चुंचुड़ा नगरपालिका के अस्थाई कर्मचारियों का आंदोलन समाप्त हो गया।
आंदोलनकारी अस्थाई कर्मचारियों को यह आश्वासन मिला है कि अगले चार दिनों में उनके बकाए वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा। इसके बाद पिछले बीस दिनों से चल रहा अस्थाई कर्मचारियों का आंदोलन शुक्रवार को समाप्त हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वेतन का भुगतान राज्य सरकार से मिलने वाले तीन करोड़ के लोन से किया जाएगा। वहीं, अस्थायी कर्मियों ने कहा कि 25 दिसंबर तक चुंचुड़ा शहर से कचरा साफ कर दिया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले दो माह से वेतन न मिलने पर अस्थायी कर्मियों ने काम रोककर आंदोलन शुरू कर दिया था जिससे नगरपालिका इलाके में नागरिक सेवाएं ठप्प हो गई थीं। शहर के कई इलाकों में कूड़े का ढेर जमा हो गया था। गतिरोध को समाप्त करने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय और संबंधित विभाग ने इस मुद्दे पर एक उच्च स्तरीय बैठक की। चुंचुड़ा के विधायक असित मजूमदार को समस्या सुलझाने की जिम्मेदारी दी गयी। विधायक असित मजूमदार ने स्थानीय स्तर पर चेयरमैन अमित रॉय और अन्य जन प्रतिनिधियों से इस विषय पर चर्चा की। इसके बाद अस्थायी कर्मचारियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में इसका समाधान निकाला गया।
बैठक के बाद विधायक असित मजूमदार ने कहा कि अस्थायी कर्मचारियों के बकाया भुगतान के लिए तीन करोड़ रुपए का ऋण मंजूर किया गया है। इस पैसे से कर्मचारियों के बकाए का भुगतान किया जाएगा। साथ ही भविष्य में ऐसी समस्याओं की पुनरावृत्ति से बचने के लिए नगर पालिका के राजस्व स्रोत को बढ़ाने और अन्य उपायों पर भी विचार किया जा रहा है।
विधायक ने कहा कि हुगली-चुंचुड़ा नगर पालिका अस्थायी कर्मचारियों को वेतन देने के लिए प्रति माह डेढ़ करोड़ रुपये खर्च करती है। लेकिन नगर पालिका की आय 60 से 70 लाख रुपए है। बाकी पैसे न जुटा पाने के कारण यह समस्या हुई। हमें अस्थायी कर्मचारियों से सहानुभूति है। उनके भी परिवार हैं। लेकिन जिला मुख्यालय इस तरह कूड़े-कचरे से भरा नहीं रह सकता।
चेयरमैन अमित रॉय ने कहा कि नगर पालिका के पास वित्तीय समस्याएं हैं और इसलिए वेतन भुगतान में देरी हो रही है। हम मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हैं। उन्होंने दो माह के वेतन की व्यवस्था कर दी है। अगले माह के वेतन की व्यवस्था नगर पालिका को करनी होगी। हम इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि राजस्व कैसे बढ़ाया जाए।
अस्थायी कर्मचारी असीम अधिकारी ने कहा कि हमारी समस्या का समाधान करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद। हम क्रिसमस से पहले शहर को कूड़ा-मुक्त बना देंगे।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय