जम्मू, 15 मई (Udaipur Kiran) । ऑपरेशन सिंदूर की शुरूआत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव और संघर्ष को बढ़ने से रोकने के लिए सहमति बनने के बाद जम्मू के अखनूर में लोगों की दिनचर्या धीरे-धीरे सामान्य होती दिख रही है और वह अपने काम पर लौट रहे हैं।
अखनूर में काम के लिए रहने वाले भूपेंद्र सिंह ने कहा कि युद्ध विराम की घोषणा के बाद अखनूर में स्थिति सामान्य बनी हुई है। दुकानें खुल रही हैं और लोग फिर से अपने काम पर लौट रहे हैं।
इससे पहले भारतीय सेना ने सीमा के पास स्थित अखनूर सेक्टर के नारायणा गांव में एक निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया था। शिविर का उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना था। इस शिविर में बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों सहित कई स्थानीय लोग अपनी स्वास्थ्य जांच करवाए के लिए आए। सेना की चिकित्सा टीम ने स्वास्थ्य जांच की और जरूरतमंद लोगों को निशुल्क दवाइयां वितरित कीं।
ग्रामीणों के लिए भोजन और शिक्षा प्रदान करने के लिए सीमा शिविर भी स्थापित किए गए। इस दौरान एक स्थानीय निवासी प्रवीण शर्मा ने कहा कि पिछले सात-आठ दिनों से हम शिविरों में शरण लेने को मजबूर थे। हर पांच-सात साल में हमें सीमा पार से होने वाली गोलाबारी के कारण अपना घर छोड़कर भागना पड़ता है। हम सरकार से स्थायी समाधान करने का आग्रह करते हैं। हालांकि कुछ सीमावर्ती निवासियों को सुरक्षित क्षेत्रों में भूखंड आवंटित किए गए हैं लेकिन सभी को नहीं मिले। पहले गोलाबारी 5 किलोमीटर की सीमा तक सीमित थी लेकिन इस बार गोले 15 किलोमीटर से आगे गिरे थे। हम सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बंकरों की मांग करते हैं।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता
